Home / National / शीला जी पर भ्रष्टाचार के आरोप दस साल में साबित नहीं कर पाए केजरीवालः प्रियंका गांधी

शीला जी पर भ्रष्टाचार के आरोप दस साल में साबित नहीं कर पाए केजरीवालः प्रियंका गांधी

  • बोलीं- महंगाई और बेरोजगारी जनता के मुद्दे लेकिन बजट में इन पर कोई बात नहीं हुई

नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को नई दिल्ली के चांदनी चौक में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर तीखा राजनीतिक प्रहार किया। प्रियंका गांधी ने कहा कि शीला दीक्षित जी के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुए कार्यों से दिल्ली की जनता वाकिफ है। उन्होंने दिल्ली में कई बड़े-बड़े काम किए थे। उनकी विकास पर नजर रहती थी, वह दिन रात काम करती थीं। इसके बाद अरविंद केजरीवाल आए और शीला दीक्षित पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, जो दस साल में साबित नहीं हो पाए।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने केंद्र सरकार को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि दिल्ली देश का केंद्र है। देशभर से लोग दिल्ली आते हैं लेकिन राजनीति के कारण दिल्ली में काम रुक गए हैं। नरेन्द्र मोदी अपने भाषण में हमेशा दूसरों की आलोचना करते हैं। वे कहते हैं कि जवाहर लाल नेहरू जी के कारण देश खाई में जा रहा है। दूसरी तरफ केजरीवाल कहते हैं कि हम नरेन्द्र मोदी की वजह से काम नहीं कर पा रहे हैं। इनके जैसे कायर नेता कभी नहीं देखे, जो किसी चीज की जिम्मेदारी लेना नहीं जानते।
प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी शीशमहल की बात करते हैं, केजरीवाल मोदी के राजमहल की बात करते हैं जबकि जनता के मुद्दे महंगाई और बेरोजगारी हैं लेकिन आज बजट में इनपर कोई बात नहीं हुई। जनता की समस्याओं के बारे में कोई चर्चा नहीं कर रहा। बजट में कहा गया कि मध्यम वर्ग के लिए 12 लाख रुपये तक की आय पर कर में छूट दी गई है लेकिन कोई सरकार से पूछे कि देश में कितने लोग टैक्स भरने लायक हैं, कितने लोग साल का 12 लाख रुपये कमा पा रहे हैं। सच्चाई तो यह है कि सिर्फ सात करोड़ लोग देश में टैक्स भरते हैं। 135 करोड़ जनता टैक्स नहीं भरती है, क्योंकि वह इतना कमा ही नहीं पाती। इस सरकार ने हर चीज पर जीएसटी लगा दी है, हर चीज महंगी हो गई है। महंगाई बेतहाशा बढ़ी है, लेकिन कमाई ठप है।

कांग्रेस महासचिव ने दिल्ली में कांग्रेस उम्मीदवारों को जिताने की अपील की और कहा कि देश में जहां भी कांग्रेस सरकार है, वहां लोगों के मुद्दों को ध्यान में रखकर उनकी मदद के लिए काम किया जा रहा है।
साभार – हिस

Share this news

About desk

Check Also

राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत में क्या अंतर है?

भारत की राष्ट्रीय पहचान के प्रतीक हैं दोनो नई दिल्ली,भारत की राष्ट्रीय अस्मिता के दो …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *