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राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े गंभीर मामले की जांच जारी रहने तक प्रभावी रहेगी रोक
भुवनेश्वर। राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े गंभीर मामले में ज्योति मल्होत्रा के साथ संबंध रखने वाली पुरी की प्रियंका सेनापति को जांच पूरी होने तक पुरी छोड़ने की अनुमति नहीं है। इस मामले की जांच राज्य और केंद्रीय एजेंसियां मिलकर कर रही हैं, ताकि किसी भी संवेदनशील जानकारी के लीक होने से देश की सुरक्षा प्रभावित न हो।
राज्य खुफिया तंत्र और केंद्रीय एजेंसियों की संयुक्त जांच में यह मामला अब एक हाई-प्रोफाइल राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दे का रूप ले चुका है और ओडिशा की यात्रा व्लॉगर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर प्रियंका सेनापति एक गंभीर जांच के घेरे में आ गई हैं।
उन पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर खुद को पत्रकार बताने वाली संदिग्ध पाकिस्तानी जासूस ज्योति मल्होत्रा के साथ पुरी और आसपास के क्षेत्रों से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां साझा की हैं।
प्रियंका सेनापति पुरी की रहने वाली हैं और यूट्यूब चैनल चलाती हैं, जिसके 14,600 सब्सक्राइबर और इंस्टाग्राम पर 20,000 से अधिक फॉलोअर हैं। वह ओडिशा समेत विभिन्न पर्यटन स्थलों पर आधारित यात्रा वीडियो के लिए जानी जाती हैं।
करतारपुर यात्रा से बढ़ी संदेह की लकीरें
25 मार्च को उन्होंने ओड़िया गर्ल इन पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडॉर गाइड ओड़िया ब्लॉग शीर्षक से एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान की यात्रा और करतारपुर कॉरिडोर का अनुभव साझा किया। इस वीडियो के सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसियों की नजरें उन पर टिक गईं।
ज्योति मल्होत्रा से संबंध की जांच
सूत्रों के अनुसार, खुफिया एजेंसियां अब यह जांच कर रही हैं कि प्रियंका की संदिग्ध पाकिस्तानी एजेंट ज्योति मल्होत्रा से दोस्ती किस हद तक थी और क्या इसके जरिए किसी प्रकार की रणनीतिक या स्थानीय जानकारी पाकिस्तान तक पहुंचाई गई। कुछ फोटो और वीडियो से उनके बीच निकट संबंध होने के संकेत मिले हैं।
सितंबर 2024 में साथ पुरी आई थीं ज्योति और प्रियंका?
खुफिया सूत्रों का दावा है कि सितंबर 2024 में ज्योति मल्होत्रा पुरी आई थीं और इस दौरान प्रियंका उनके साथ थीं। अब एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि मल्होत्रा कहां ठहरीं, किसके संपर्क में रहीं और प्रियंका के साथ उनकी मुलाकातों की अवधि कितनी थी।
सोशल मीडिया अकाउंट्स खंगाले जा रहे
प्रियंका के यूट्यूब, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट्स को साइबर यूनिट की टीम जांच रही है। अब तक उन्हें और उनके परिवार को कई बार पूछताछ के लिए बुलाया जा चुका है। उनसे पूछा गया है कि ज्योति से उनकी मुलाकात कैसे हुई, रिश्ता कितना गहरा था और क्या उन्होंने कोई स्थानीय या गोपनीय जानकारी साझा की।
क्या अनजाने में बनीं विदेशी साजिश का हिस्सा?
प्रियंका का कहना है कि उनका ज्योति से रिश्ता केवल दोस्ताना था, लेकिन एजेंसियां इसे मात्र संयोग नहीं मान रही हैं। जांच एजेंसियों को शक है कि प्रियंका को जानबूझकर या अनजाने में विदेशी जासूसी ऑपरेशन में शामिल किया गया हो सकता है।
करतारपुर के बाद पाकिस्तान के अन्य हिस्सों की यात्रा भी संदेह के घेरे में
एक बड़ा सवाल यह भी है कि क्या प्रियंका केवल करतारपुर कॉरिडोर तक ही सीमित रहीं या उन्होंने पाकिस्तान के अन्य संवेदनशील इलाकों जैसे कश्मीर आदि में भी यात्रा की? रिपोर्ट्स के अनुसार, एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या उन्होंने ज्योति की पाकिस्तान में आवाजाही में कोई भूमिका निभाई।