-
कहा – कोई भी आतंकवादी धर्म या जाति से बंधा नहीं होता
भुवनेश्वर। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद राज्यसभा सांसद और बीजू जनता दल (बीजद) नेता सुलता देव के बयान ने ओडिशा में बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है।
देव ने इस दुखद घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमले के दौरान इतने कम समय में हमलावरों के लिए पीड़ितों का धर्म पूछना संभव नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी आतंकवादी धर्म या जाति से बंधा नहीं होता।
सुलता देव ने कहा कि जिस समयावधि में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जान गई, उसमें धर्म पूछना संभव नहीं था। कोई भी आतंकवादी कभी भी धर्म या जाति से बंधा नहीं होता।
पृथ्वीराज हरिचंदन ने कड़ी आलोचना की
देव के इस बयान की भाजपा के वरिष्ठ नेता और कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कड़ी आलोचना की।
हरिचंदन ने कहा कि पीड़ितों के दुख को हल्के में लेने वाले लोग राजनीति के लायक नहीं हैं। उन्होंने जनता से ऐसे ‘घृणित और विकृत मानसिकता’ वाले लोगों को नकारने की अपील की।
हरिचंदन ने कहा कि राजनीति दिलों को जोड़ने के लिए की जाती है। जो दूसरों के दुख का मजाक उड़ाते हैं, वे राजनीति में रहने के लायक नहीं हैं। जनता को ऐसे लोगों को नकार देना चाहिए।
बीजद के भीतर भी नाराजगी
देव के बयान पर उनकी अपनी पार्टी बीजद के भीतर भी नाराजगी देखने को मिली। बीजद समन्वय समिति के अध्यक्ष देवी प्रसाद मिश्र ने टिप्पणी करते हुए कहा कि जो दूसरों का मजाक उड़ाते हैं, वे खुद मजाक के पात्र बनते हैं।
मिश्र ने कहा कि इस प्रकार का आचरण भारत की सांस्कृतिक मर्यादाओं के खिलाफ है।
मिश्र ने कहा कि दुख के समय दूसरों का उपहास नहीं करना चाहिए। यह आचरण हमारी सांस्कृतिक परंपराओं के विपरीत है।