Home / Odisha / जम्मू कश्मीर पर मोदी का एक और मास्टर स्ट्रोक, हटेगा एम फार्म

जम्मू कश्मीर पर मोदी का एक और मास्टर स्ट्रोक, हटेगा एम फार्म

  • नए साल में कश्मीरी पंडितों को सरकार दे सकती है यह सौगात

  • जम्मू कश्मीर के भाजपा के प्रभारी राम माधव ने की घोषणा

हेमंत कुमार तिवारी, भुवनेश्वर

भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय महासचिव तथा जम्मू कश्मीर के प्रभारी राम माधव ने आज कहा कि केंद्र सरकार नए साल में कश्मीरी पंडितों को एक और सौगात दे सकती है। यह सौगात एम फार्म को हटाने को लेकर मिल सकती है। उन्होंने बताया कि हर चुनाव में कश्मीरी पंडितों को यह फार्म भरना अनिवार्य होता है, तभी जाकर मतदान करने के योग्य होते हैं। राम माधव यहां राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम का शीर्षक नए भारत के निर्माण में धारा 370, सीएए और एनआरसी की भूमिका थी। इस दौरान कश्मीरी पंडितों के कश्मीर में बसाने को लेकर किए गए सवाल के जवाब में राम माधव ने यह जानकारी यहां उपस्थित लोगों को दी।

उन्होंने बताया कि कश्मीरी पंडितों को उनके जीने के मौलिक अधिकारों और सम्मान के साथ वहां बसाया जाएगा। इसके लिए प्रयास जारी हैं और बहुत जल्द ही उनको यह सम्मान उपलब्ध होगा।
इस दौरान राम माधव ने बताया कि सीएए को लेकर झूठा बवंडर खड़ा कर रहा है। यह मात्र एक संशोधन है जिसके तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के पीड़ित
अल्पसंख्यकों, जो भारत आए हैं, उनके लिए नागरिकता के प्रावधान की अवधि को 6 साल तय करता है। नागरिक संशोधन अधिनियम में किसी भी देशवासी की नागरिकता को लेकर कोई भी बिंदु नहीं है, इसलिए विपक्ष का या दिखावा उचित नहीं है। इस कार्यक्रम का आयोजन फ्रेंड्स ऑफ ट्राइबल सोसाइटी के तरफ से किया गया था।

इस मौके पर इस सोसाइटी के अध्यक्ष व उद्योगपति अजय अग्रवाल और लक्ष्मण महिपाल मंचासीन थे। इनके साथ-साथ इस कार्यक्रम में वरिष्ठ उद्योगपति व समाजसेवी डॉक्टर किशनलाल भरतिया, प्रकाश बेताला, मनसुख सेठिया, श्याम सुंदर पोद्दार, प्रह्लाद खंडेलवाल समेत सैकड़ों की संख्या में विशिष्ट गणमान्य अतिथि और लोग उपस्थित थे।

Share this news

About desk

Check Also

IAT NEWS INDO ASIAN TIMES ओडिशा की खबर, भुवनेश्वर की खबर, कटक की खबर, आज की ताजा खबर, भारत की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज, इंडिया की ताजा खबर

केन्दुझर में पोल्ट्री से लदा वाहन पलटा

स्थानीय लोग मुर्गे ले जाने के लिए दौड़े भुवनेश्वर। केन्दुझर जिले के चिलदा के पास …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *