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कोरोना की दूसरी लहर में हर दिन कोविद अस्पतालों में 15 हजार संक्रमितों को हो रहा इलाज
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कोरोना टीका का ग्लोबल टेंडर जारी करने वाला भारत का पहला राज्य बना ओडिशा
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मुख्य सचिव ने लोगों से गंभीरता को भांपने का किया आह्वान
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कहा- एक दिन निकलें तो पांच दिनों की सब्जियां खरीदें
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घरों में किसी के आने और जाने से करें परहेज
हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर
ओडिशा में कोरोना से हालात गंभीर होते नजर आ रहे हैं. वर्तमान समय में कोरोना से संक्रमित तीन हजार मरीज जिंदगी और मौत से पंजा लड़ा रहे हैं. इनकी हालत अति गंभीर है और ये आईसीयू तथा वेंटिलेटर के सहारे इलाजरत हैं.
यह जानकारी आज राज्य के मुख्य सचिव सुरेश महापात्र ने विशेष बुलेटिन में दी है. उन्होंने बताया कि पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर में कोरोना काफी संक्रामक है. इसलिए लोगों से इसकी गंभीरत को भांपने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि बीते साल पीक के समय कोरोना की पहली लहर में आठ हजार रोगियों का हर दिन कोविद अस्पतालों में इलाज होता था, लेकिन दूसरी लहर में आज हर दिन 15 हजार रोगियों का इलाज कोविद अस्पतालों में चल रहा है. इनमें से तीन हजार कोरोना संक्रमित आईसीयू और वेंटिलेटर पर अति गंभीर हालत में हैं. इसलिए लोगों से अपील है कि आप गंभीरता को भांपिये. बेवजह घरों से बाहर नहीं निकलें. अगर आप एक दिन निकलते हैं तो कम से कम पांच दिनों के लिए सब्जियां और आवश्यक सामानों की खरीदारी करें. बाहर टहलने की जगह घरों में घुमें या छतों पर घूमें. आज किसी के भी घरों में आने-जाने से परहेज करें. एक व्यक्ति के संक्रमित होने के कारण पूरा परिवार संक्रमित हो रहा है. एक व्यक्ति के कारण पूरा गांव के लोग पाजिटिव हो रहे हैं. यदि हम और कुछ दिनों तक गाइडलाइन को मानेंगे तो कोरोना को नियंत्रण में ला पायेंगे. अभी तक हम नियंत्रण में रखें हैं.
मुख्य सचिव सुरेश महापात्र ने कहा कि राज्य सरकार की कोरोना के विरुद्ध चल रही लड़ाई में आपसभी के सहयोग की आपेक्षा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि हर व्यक्ति का जीवन मूल्यवान है. इस कोरोना की महामारी हम लोगों की जीवन को बचाने के लिए हम हर स्तर प्रयास कर रहे हैं. राज्य सरकार ने दो फैसले लिये हैं, जिसमें से एक वैक्सिन का ग्लोबल टेंडर जारी कर दिया गया है. ओडिशा भारत का पहला राज्य है, जिसने सबसे पहले ग्लोबल टेंडर जारी कर दिया है. 3.80 करोड़ टीका के लिए टेंडर जारी किया गया है. आपूर्ति के लिए चार महीने का समय दिया गया है. दूसरा महत्व निर्णय चिकित्सकों की विशेष टीम के गठन को लेकर लिया गया है. विशिष्ट चिकित्सा विज्ञानी डा श्रीनाथ रेड्डी की अध्यक्षता में गठित इस कमेटी में डा देवी शेट्टी, रमाकांत पंडा हैं. यह टीम कोरोना रोकथाम, टीकाकरण आदि को लेकर सलाह देगी. इनके सलाह पर संरचना को विकसित किया जायेगा. पूरी दुनिया में चिकित्सा व्यवस्था का अनुसरण किया जायेगा. अब बच्चों के संक्रमण की संभावना जतायी जा रही है. इसके लिए इनके सलाह पर मेडिकल व्यवस्थाओं को तत्काल सुदृढ़ किया जायेगा. जारी लॉकडाउन के दौरान हर जिलों में कोरोना पाजिटिव रेट नजर रखी जा रही है. गत दो सप्ताह में 10 जिलों में पाजिटिव रेट सामान्य है या कुछ में कम हो रहा है. पश्चिम ओडिशा में छत्तीसगढ़ से सटे जिलों में पाजिटिव रेट स्थिर है या घट रहा है. इसके अलावा भद्रक, बलांगीर, देवगढ़, बरगड़, झारगुड़ा, कलाहांडी, नवरंपुर, संबलपुर, सुंदरगढ़, गजपति में पाजिटिव रेट सामान्य अवस्था में है. लाकडाउन के कारण हमें बेहतर परिणाम मिलेंगे. मुख्यमंत्री ने कोरोना नियमों के पालन का आग्रह किया है. बेवजह के लोग घरों से बाहर न निकलें और निकलें तो मास्क को ठीक से पहनें. कोरोना नियमों के पालन से हम बहुत जल्द ही संक्रमण की दर को कम कर सकते हैं.