भुवनेश्वर. ताजा निम्न दबाव के क्षेत्र के डीप डिप्रेशन में जाने के बावजूद चक्रवात का खतरा नहीं है. हालांकि इसके डीप डिप्रेशन से आधिक बढ़ने की संभवना है, लेकिन चक्रवात के बनने की कोई संभावना नहीं है. गुरुवार को आईएमडी के डीजी मृत्युंजय महापात्र ने यह जानकारी दी. महापात्र ने कहा कि 23 अक्टूबर की दोपहर तक सुंदरवन के ऊपर सागर द्वीपों (पश्चिम बंगाल) और खेपूपाड़ा (बांग्लादेश) के बीच दीप डिप्रेशन के रूप में तब्दील होने के कारण पश्चिम बंगाल और आस-पास के बांग्लादेश तटों को पार करने की संभावना है. इसके प्रभाव में ओडिशा के तटीय जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा होगी. पूर्वानुमान के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में अच्छी तरह से चिह्नित कम दबाव वाला क्षेत्र बन गया है और यह अगले 24 घंटों के दौरान एक डीप डिप्रेशन में तब्दील होगा. पश्चिम-केंद्रीय बंगाल की खाड़ी से सटे उत्तर-पश्चिम और दक्षिण ओडिशा तथा आंध्रप्रदेश सटे क्षेत्र में गुरुवार की सुबह अच्छी तरह से चिह्नित कम दबाव वाला क्षेत्र बन गया है. अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव से तटीय ओडिशा में बहुत भारी वर्षा हो सकती है. तटीय ओडिशा में शुक्रवार को भारी ओलावृष्टि के साथ काफी भारी वर्षा होने की संभावना है. बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के कारण राजधानी भुवनेश्वर तथा कटक में कुछ जगहों पर मौसम का मिजाज बदला हुआ है. कहीं-कहीं हल्की बारिश हो रही है. मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, कटक और भुवनेश्वर में रुक-रुककर बारिश होगी तथा एक या दो बार गरज के साथ मध्यम बारिश होगी. बारिश को लेकर मौसम विभाग ने लोगों से सड़कों पर नहीं निकलने की सलाह दी है. इस दौरान निचले इलाकों में जलजमाव हो सकता है तथा दृश्यता कम हो सकती है, जिससे हादसे की संभावना रहेगी. साथ ही मौसम विभाग ने जलजमाव को लेकर चेतावनी जारी की है तथा खुले मेनहोलों को बंद करने की सलाह दी है, क्योंकि जलजमाव में हादसे की संभावना बनी रहेगी.
हवा की गति होगी तेज
ओडिशा तट के साथ-साथ बंगाल की उत्तरी खाड़ी और इसके आस-पास के केंद्रीय खाड़ी के क्षेत्र में 22 अक्टूबर को 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है तथा झोंके की गति 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक होगी. 23 अक्टूबर को उत्तर ओडिशा तट पर और बंगाल की उत्तरी खाड़ी के तटीय क्षेत्र में हवाओं की गति 50-60 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी तथा झोंकों की गति 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार होगी.
समुद्र अशांत रहेगा
मौस के बदले मिजाज के कारण समुद्र अशांत रहेगा. मछुआरों को सलाह दी गयी है कि वे 24 अक्टूबर की सुबह तक समुद्र में न जाएं.
तेज बारिश होगी
ओडिशा में तटीय जिलों जैसे गंजाम, गजपति, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रापड़ा, भद्रक, और बालेश्वर में भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव का अनुभव हो सकता है. खड़ी फसलें प्रभावित हो सकती हैं. असुरक्षित संरचनाओं वाले लोगों को को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी गयी है.