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विकास कार्यों में सरपंचों को दरकिनार किए जाने को लेकर बीजद सरकार पर निशाना साधा
भुवनेश्वर। ओडिशा में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने आम ओडिशा, नवीन ओडिशा योजना के तहत किए गए विकास कार्यों में सरपंचों को दरकिनार किए जाने को लेकर सत्तारूढ़ बीजद सरकार पर निशाना साधा।
योजना के तहत प्रत्येक पंचायत को विकास कार्यों के लिए 50 लाख रुपये मिल रहे हैं। लेकिन जिस बात को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने आपत्ति जताई है, वह यह है कि सरपंचों को दरकिनार किया जा रहा है और ग्राम सभाओं के माध्यम से प्रस्ताव पारित नहीं किए जा रहे हैं।
भाजपा ने आरोप लगाया कि बीजद आम ओडिशा, नवीन ओडिशा को अपनी चुनाव प्रचार मशीनरी के रूप में उपयोग कर रही है, कांग्रेस ने कहा कि यह योजना मतदाताओं को लुभाने के लिए है।
भाजपा 14 से 18 नवंबर तक ब्लॉकों का घेराव करेगी
भाजपा प्रवक्ता दिलीप मल्लिक ने कहा कि बीजद अपने अभियान को आगे बढ़ाने के लिए इस योजना का उपयोग कर रही है। लोगों को यह निर्णय लेने की अनुमति दी जानी चाहिए कि उनके गांव को किस विकासात्मक कार्य की आवश्यकता है। भाजपा 14 से 18 नवंबर तक राज्य भर में ब्लॉकों का घेराव करेगी।
मतदाताओं को लुभाने की कोशिश – नरसिंह
वरिष्ठ कांग्रेस नेता नरसिंह मिश्र ने कहा कि पंचायतों को पैसा नहीं मिल रहा है। न ही सरपंचों से सलाह ली जा रही है। इसका मतलब है कि सत्तारूढ़ दल सरकारी पैसे का इस्तेमाल कर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहा है।
यह एक अभिनव कदम – बीजद
भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजद विधायक अरुण साहू ने कहा कि यह एक अभिनव कदम है। वह उन कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं जो मुख्यमंत्री ने उन्हें सौंपा है।
जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा – सरपंच एसोसिएशन
शनिवार को दिन में मयूरभंज जिले के सरपंचों ने न केवल आम ओडिशा, नवीन ओडिशा बैठक का बहिष्कार किया था, बल्कि सरकार पर भी कटाक्ष किया था। मयूरभंज जिला सरपंच एसोसिएशन के समन्वयक लोकेश्वर नायक ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की जा रही है। प्रस्तावों को ग्राम सभाओं के माध्यम से पारित किया जाना चाहिए, लेकिन इसे दरकिनार कर दिया गया है। राज्य सरपंच एसोसिएशन के निर्णय के अनुसार, हम आम ओडिशा, नवीन ओडिशा को सहयोग नहीं देंगे।