उन्होंने बताया कि आखिरी ट्रेन 9:30 बजे के करीब खुलती है लेकिन इस बार समय को थोड़ा बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार और कलकत्ता उच्च न्यायालय जो भी दिशा निर्देश देंगे उसी के मुताबिक कार्य किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्मार्ट कार्ड और यात्रियों की सुविधाओं के लिए अधिक संख्या में ट्रेन चलाने के साथ-साथ ट्रेनों की समय सीमा बढ़ाने के बारे में अंतिम निर्णय लेने के लिए अगले सप्ताह आखिरी बैठक की जाएगी। संभवत: सोमवार को ही बैठक हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल की वैश्विक पहचान रही दुर्गा पूजा के दौरान चाहे जितनी भी पाबंदियां क्यों ना लगी हों, मां का दर्शन और पंडाल देखने के लिए लोग सड़कों पर जरूर उतरेंगे। देश दुनिया से लाखों लोग हर साल दुर्गा पूजा में कोलकाता पहुंचते है। सड़कों पर अनगिनत बस, टैक्सी आदि अन्य सार्वजनिक परिवहन होने के बावजूद प्रतिदिन करीब छह लाख से अधिक लोग मेट्रो में दुर्गा पूजा के दौरान यात्रा करते रहे हैं। इस बार कोरोना की वजह से मेट्रो रेलवे ने टोकन देना बंद किया है और केवल वे लोग यात्रा कर पा रहे हैं जिनके पास स्मार्ट कार्ड है। हालांकि हर बार की तरह इस बार भी दुर्गा पूजा के लिए मेट्रो रेल प्रबंधन ने खास व्यवस्था की है।
साभार-हिस
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