भुवनेश्वर. 26 मई को उत्तर ओडिशा के क्षेत्रों में आये भीषण चक्रवात यश और भारी बारिश के कारण जल संसाधन विभाग को 87 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
इसकी जानकारी देते हुए जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता ज्योतिर्मय रथ ने कहा कि विभाग ने 87 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया है तथा राज्य सरकार को प्रारंभिक क्षति आकलन रिपोर्ट सौंप दिया है.
रथ ने कहा कि तटीय क्षेत्रों में प्रमुख जल परियोजनाओं और खारे तटबंधों को 69.18 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
इसी तरह, विभाग को जल निकासी में 66 करोड़ रुपये, लिफ्ट-सिंचाई परियोजनाओं में 2.63 करोड़ रुपये और मध्यम सिंचाई परियोजनाओं में 7.08 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
चक्रवात और उच्च ज्वार की लहरों के बाद भारी बारिश के कारण बालेश्वर जिले के कई स्थान अभी भी जलमग्न हैं. उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण हुए नुकसान का विस्तृत आकलन नहीं किया जा सका है.
उन्होंने कहा कि कल तक पानी में कमी आने की उम्मीद है और उसके बाद नुकसान के आकलन में तेजी लाई जा सकती है.
उन्होंने कहा कि विभिन्न तटबंधों में कुल 77 दरारों की सूचना मिली है, जिनमें से बड़े और छोटे सहित 35 दरारों को पूरी तरह से ठीक कर दिया गया है. बालेश्वर जिले में खारे तटबंधों को चक्रवात और बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है. रथ ने कहा कि जैसे-जैसे मानसून नजदीक आ रहा है, सभी कमजोर तटबंधों और नदी के बांधों की मरम्मत युद्ध स्तर पर की जाएगी.
गौरतलब है कि 26 मई को बालेश्वर में तट से टकराया बेहद भीषण चक्रवाती तूफान यश बालेश्वर के साथ-साथ भद्रक, केंद्रापड़ा और मयूरभंज जिलों में तबाही का मंजर छोड़ गया है.
चक्रवात से लगातार बारिश और उच्च ज्वार की लहरों के कारण निचले इलाकों में जल भराव हो गया है. उत्तर ओडिशा के जिलों के कई स्थानों पर बिजली विभाग को भी भारी नुकसान हुआ और पोल उखड़ गए तथा तेज हवा के कारण तार टूट गए.