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हजारों की संख्या में पेड़-पौधे गिरे, कच्चे मकानों को नुकसान
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तटीय गांवों में समुद्र का पानी घुसा, राहत-बचाव तेज
गोविंद राठी, बालेश्वर.
बंगाल की खाड़ी से निकले भीषण चक्रवात यश ने बालेश्वर के बाहानगां में लैंडफॉल करते हुए विनाशलीला रचना शुरू कर दिया है. चक्रवात के कारण एक की मौत होने की खबर है. काफी संख्या में पेड़ उखड़ गये हैं. रास्ते जाम हैं. तटीय कई गांवों में समुद्र का पानी घूस गया है. राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है.
लैडफॉल की प्रक्रिया आज सुबह नौ बजे से शुरू हुई और बालेश्वर के दक्षिण में 20 किमी दूर 10.30 से 11.30 के बीच तट को पार किया. आईएमडी के निदेशक डा मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि तूफान के तट को पार करते समय हवा की रफ्तार 130 किमी प्रति घंटे से 150 किमी प्रति घंटे रही. इसके बाद मयूरभंज जिले में 100 से 110 किमी तक तेज हवा बहने की संभावना है. बुधवार मध्य रात्रि को यह कमजोर पड़ने के बाद झारखंड में प्रवेश करेगा. लैंडफाल के दौरान ओडिशा के तट पर चार किमी तक ज्वार देखा गया. आगे बालेश्वर व बंगाल के मेदिनीपुर इलाके में दो मीटर के ज्वार उठ सकते हैं.
बालेश्वर जिले के सदर प्रखंड के तटीय गांवों, चांदीपुर, बलमगुड़ी, परिखी और बरबनपुर गांवों में समुद्र का पानी प्रवेश कर गया है. इसके साथ-साथ बालियापाल प्रखंड के तटीय गांवों में चांदीपुर से तथा भोगराई प्रखंड में डोगरा से समुद्र का पानी इलाके में घूसा है. खबर है कि इन तटीय गांवों में एक से दो फीट तक पानी प्रवेश किया है.
पूर्णिमा और चक्रवात एक साथ, काफी ऊंची ऊठीं लहरें
पूर्णिमा के दिन चक्रवात आने के कारण समुद्र में लहरों को मानों पंख लग गये थे. अशांत समुद्र की लहरें काफी ऊंची-ऊंची ऊठ रहीं थीं. वैसे भी पूर्णिमा के दिन समुद्र में लहरें काफी ऊंची उठती हैं, लेकिन चक्रवात होने के कारण यह और ऊंची ऊठीं. इससे चांदीपुर में समुद्र किनारे स्थित होटलों में समुद्र का पानी घूस गया.