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11वें दादा साहेब फाल्के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सवः2021 में जंगल क्राई को मिला बेस्ट फिल्म जूरी अवार्ड

अशोक पाण्डेय, भुवनेश्वर

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर स्थित तथा कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता प्रोफेसर अच्युत सामंत द्वारा 1992-93 में स्थापित कलिंग इंस्टीट्यूट आफ सोसल साइंसेस,कीस की 2007 की विश्वविजेता अण्डर-14 रग्बी टीम पर निर्मित फिल्म जंगल क्राई को 11वें दादा साहेब फाल्के अन्तररार्ष्ट्रीय फिल्म महोत्सवः2021 में बेस्ट फिल्म जूरी अवार्ड से हाल ही में सम्मानित किया गया. जंगल क्राई फिल्म के विश्वविख्यात निदेशक हैं सागर बल्लारी जिनकी भेजा फ्राई फिल्म विश्व स्तर पर लोकप्रिय है. जंगल क्राई फिल्म के निर्माता हैं प्रशांत शाह. पूरी फिल्म कीस रग्बी अण्डर-14 के 12 खिलाड़ियों के करिश्माई रग्बी खेल पर आधारित फिल्म है जिन्होंने कीस का प्रतिनिधित्वकर विश्व में कीस का मान बढ़ाया है. गौरतलब है कि विश्व के सबसे बड़े आदिवासी आवासीय विद्यालय कीस के अनाथ, बेसहारा, समाज के विकास से वंचित आदिवासी बच्चों को ओडिशा के जंगलों तथा सुदूर पहाड़ी इलाकों से लाकर कीस में उन्हें अत्याधुनिक आवासीय सुविधाओं समेत उन्हें केजी कक्षा से लेकर पीजी कक्षा तक निःशुल्क उत्कृष्ट तालीम प्रोफेसर अच्युत सामंत के सौजन्य से प्रदान किया जाता है तथा उन आदिवासी बच्चों की पठन-पाठन,खेल प्रतिभा समेत अन्य पाठ्यसहगामी प्रतिभाओं आदि को विकसित कर उनका सर्वांगीण विकास किया जाता है. आज तीस हजार से भी अधिक कीस के बच्चे कीस को ही अपना घर समझकर एक ही छत के नीचे रहते और पढ़ते हैं. 2007 में लंदन में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय रग्बी चैंपियनशिप में कीस की अण्डर-14 रग्बी टीम ने पहली बार हिस्सा लिया तथा अपने सारे मैच जीतकर विश्वविजेता बनकर भारत लौटी. जंगल क्राई को मिले बेस्ट फिल्म जूरी अवार्ड की खबर सुनकर कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रोफेसर अच्युत सामंत ने आंतरिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए यह बताया कि उन्होंने तो अपने जीवन में कभी विवाह नहीं किया लेकिन वे सदैव इसीलिए प्रसन्न रहते हैं कि उनके द्वारा स्थापित कीस में प्रतिवर्ष तीस हजार से भी अधिक आदिवासी बच्चे कीस को अपना घर समझकर रहते हैं और विभिन्न प्रतियोगिताओं में अव्वल आकर कीस के साथ-साथ उनका मान बढाते हैं. आज कीस के माध्यम से उनके अपने लाखों आदिवासी बच्चे हैं जिनके चेहरे पर वे खुशी देकर स्वयं में खुश हैं. उन्हें इस बात की खुशी है कि 11वें दादा साहेब फाल्के अन्तर्रार्ष्ट्रीय फिल्म महोत्सवः2021 में जंगल क्राई को बेस्ट फिल्म जूरी अवार्ड मिला है जो 2007 के कीस के कुल 12 मेधावी रग्बी खिलाड़ियों की बेजोड़ खेल प्रतिभा का जीवंत सबूत है.

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