भुवनेश्वर- नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में तथा इससे जो भ्रांतियां फैली हुई हैं, उसके निराकरण के लिए मातृशक्ति संगठन द्वारा मास्टर कैंटिन में एक नुक्कड़ नाटक आयोजित किया गया। दीप्तिमयी महापात्र के संयोजन में आयोजित इस नुक्कड़ नाटक के जरिये कलाकारों ने यह संदेश दिया कि इस अधिनियम से केवल पड़ोसी देशों के सताये हुए धार्मिक अल्पसंख्यक लोगों को नागरिकता मिलेगी। इससे भारत के नागरिकों का किसी प्रकार का लेना देना नहीं है।
इस कारण यह किसी के लिए हानिकारक नहीं है। इस नाटक के द्वारा यह संदेश दिया गया कि कुछ लोग अपनी स्वार्थ साधने के लिए लोगों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोगों से देश की जनता को दूर रहना चाहिए। इस नाटक में टुकुनी बारिक, देवस्मिता प्रहराज, लालस्वंय शाहदेव, आयुस्मिता प्रहराज, दीपक, गणेश व दिव्य आदि ने विभिन्न किरदारों में अभिनय किया और इस विधेयक के मूल उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी।