राजेश दाहिमा, राजगांगपुर
जब से कोरोना महामारी का संकट मंडराया है, तभी से अभी तक अपनी व अपने परिवार की जान की परवाह किए बिना निरंतर डॉक्टर, सफाई कर्मचारी व पुलिस प्रशासन एक कोरोना योद्धाओं के रूप में लोगों को बचाने में लगे हुए हैं। इस कड़ी में लोगों के बीच खुशियां बिखरने के लिए प्रतिबद्ध शहर की सुप्रसिद्ध संस्था संगम महिला मंडल की बहनों ने कोरोना योद्धाओं को राखी बांधने के साथ ही एक अनूठी खुशियों की सौगात कायम रखने में सहायक बनी। जिस समय संगम महिला मंडल की बहनें अपने परिवार से दूर लोगों की जान बचाने में लगे कोरोना योद्धाओं से राखी के पावन अवसर पर उनसे रू-ब-रू होकर उनकी सुनी कलाई पर राखी बांधने लगी, तभी पूरा माहौल गमगीन हो गया और अनायास ही योद्धाओं के आंखों में खुशी के आंसू निकल आए। वहीं दूसरी ओर मौजूद लोगों के साथ बहनों के चेहरों पर आंसुओं के बाबजूद एक अनमोल खुशियों की झलक दिखाई देती हुई नजर आई।
संगम महिला मंडल की बहनों का मानना है कि जो कोरोना महामारी के दौरान अपनी ओर अपने परिवार की चिंता छोड़ कर लोगों को इस ख़तरनाक महामारी से बचाने में लगे हुए हैं। ऐसे समय में उन भाइयों की कलाई सुनी ना रहे और इस पावन अवसर पर बहनों से दूर रहने का दुःख महसूस ना हो और उनके चेहरे पर खुशी झलकता हुआ नजर आएं, इन योद्धाओं को खुशियां बिखरने के लिए ही उनकी कलाई पर राखी बांधी और एक अनूठी मिसाल कायम रखने में सहायक बनी। इस पावन मौके पर संगम महिला मंडल की अध्यक्ष श्रीमती सुनीता गुप्ता, श्रीमती प्रियंका बाहोती सह अन्य सदस्य मौजूद रहकर सभी स्वास्थकर्मी व सुरक्षाकर्मियों की कलाई पर राखी बांधी और मिठाई खिलाकर उनके चेहरों पर मुस्कान बिखेरी। साथ ही साथ उनकी दिर्घायु की कामना की। जिस समय सुनी कलाई पर राखी बांधी जा रही थी उस समय सभी मौजूदा लोगों के चेहरों पर खुशी के अनमोल आंसू झलक पड़े। मौके पर डालमिया सीमेंट भारत के पूर्वांचल उत्पादन प्रमुख सुनील कुमार गुप्ता, कारखाना के प्रमुख लोकेश बाहेती ने कहा कि जहां इस संकट की घड़ी में सभी अपने घरों में रहकर राखी का त्योहार मनाने में जुटे हैं, वहीं संगम महिला मंडल की सदस्यों ने अपने परिजनों से दूर रहने वाले कोरोना योद्धाओं को उत्साहित करने के साथ ही साथ उनके चेहरों पर खुशियां बिखरने का इन सभी का अनमोल प्रयास तारीफों के काबिल है। वहीं दूसरी ओर भाई बहन का अनमोल प्यार का त्योहार राखी एक अनमोल प्रतीक है का संदेश देने में सहायक बनी.