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भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने भविष्यवाणी की
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राज्य में इस बार 106 प्रतिशत से अधिक वर्षा होने की संभावना
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कृषि क्षेत्र को मिलेगी राहत
भुवनेश्वर। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी की है कि ओडिशा में जून से सितंबर 2025 के बीच सामान्य से अधिक वर्षा होगी। यह पूर्वानुमान राज्य के किसानों के लिए राहत की खबर है। ओडिशा देश के मॉनसून कोर ज़ोन में आता है, जहां अधिक वर्षा की संभावना जताई गई है। इससे खेती-बाड़ी में सुधार की उम्मीद है।
जून से सितंबर 2025 के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून मौसमी वर्षा और मासिक वर्षा और तापमान के पूर्वानुमान के लिए अद्यतन दीर्घ अवधि पूर्वानुमान जारी करते हुए आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय मोहंती ने बताया कि ओडिशा में अपने दीर्घ अवधि औसत (एलपीए) से 106 प्रतिशत से अधिक वर्षा होने की उम्मीद है, जो इसके जलवायु संबंधी सामान्य 1150 मिमी (1971-2020 के दौरान दर्ज) से अधिक है।
पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम वर्षा की उम्मीद
आईएमडी ने मध्य और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में व्यापक रूप से सामान्य से अधिक वर्षा का भी अनुमान लगाया है, जो पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम वर्षा की उम्मीदों के विपरीत है।
पूरे देश में सामान्य से अधिक वर्षा होगी
मात्रात्मक रूप से, पूरे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून मौसमी वर्षा दीर्घ अवधि औसत (एलपीए) का 106% होने की संभावना है, जिसमें 4% कम या अधिक हो सकता है। यह दर्शाता है कि मानसून के मौसम (जून से सितंबर) के दौरान पूरे देश में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है।
आईएमडी महानिदेशक ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून मौसमी (जून से सितंबर, 2025) वर्षा मध्य भारत और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में सामान्य से अधिक (एलपीए का 106% से अधिक), उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य (एलपीए का 92-108%) और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम (एलपीए का 94% से कम) होने की संभावना है।