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खुर्दा कलेक्टर कार्यालय में रहना होगा उपस्थित
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ओडिशा राजस्व विभाग एक्शन मोड में
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार के राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग ने एक बड़ा प्रशासनिक कदम उठाते हुए भुवनेश्वर के दो अतिरिक्त तहसीलदार गीतू बेहरा और नारायण सेठी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में निलंबन की स्पष्ट वजह नहीं बताई गई है, लेकिन इसे अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत उठाया गया कदम बताया गया है।
निलंबन की अवधि के दौरान दोनों अधिकारियों को खुर्दा जिला कलेक्टर कार्यालय में उपस्थित रहना अनिवार्य किया गया है। साथ ही, उन्हें जिला मुख्यालय छोड़ने की अनुमति कलेक्टर की पूर्वानुमति के बिना नहीं दी जाएगी, जो कि प्रशासनिक नियमों के अंतर्गत सामान्य प्रक्रिया है।
गंभीर जांच प्रक्रिया शुरू
हालांकि निलंबन की ठोस वजहों का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि दोनों अधिकारियों के कार्य व्यवहार को लेकर गंभीर शिकायतें मिली थीं, जिस पर राजस्व विभाग ने संरचित जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि मामला केवल साधारण लापरवाही का नहीं बल्कि गंभीर प्रशासनिक अनियमितताओं से जुड़ा हो सकता है।
चर्चा में कार्रवाई
भुवनेश्वर जैसे रणनीतिक और संवेदनशील क्षेत्र में तैनात इन अधिकारियों पर कार्रवाई से प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है। राजधानी क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण, शहरी विकास और सरकारी परियोजनाओं को लेकर लगातार तेज़ गतिविधियाँ चल रही हैं, ऐसे में इस तरह की कार्रवाई को सरकार की पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने की दिशा में सख्त पहल माना जा रहा है।
सेवा आचरण नियमों के तहत आगे की कार्रवाई संभव
राजस्व विभाग के अधिकारियों के अनुसार, आगे की जांच पूरी होने के बाद जो भी निष्कर्ष सामने आएंगे, उसके आधार पर ओडिशा सरकारी सेवक आचरण नियमावली के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी। इस निलंबन को एक सख्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है, जो राज्य सरकार द्वारा यह स्पष्ट करता है कि लोक सेवा में ईमानदारी और ज़िम्मेदारी सर्वोपरि है और किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।