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मृतक प्रशांत सतपथी की पत्नी से पूछताछ जारी
बालेश्वर। पहलगाम आतंकी हमले की जांच में बड़ी प्रगति हुई है। शनिवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम बालेश्वर पहुंची, जहां मृतक प्रशांत सतपथी की पत्नी प्रियदर्शिनी से पूछताछ की जा रही है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, तीन सदस्यीय एनआईए टीम इस मामले से जुड़ी अहम जानकारियां जुटाने के लिए विस्तृत पूछताछ कर रही है। टीम हमले से पहले की परिस्थितियों को समझने और घटनाक्रम की कड़ियों को जोड़ने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि पहलगाम में हुए इस भीषण आतंकी हमले में प्रशांत सतपथी की दर्दनाक मौत हो गई थी, जिससे उनका परिवार और स्थानीय समुदाय गहरे सदमे में है। इस हमले की देशभर में निंदा हो रही है और जांच एजेंसियां हमलावरों और हमले के मास्टरमाइंड्स तक पहुंचने के प्रयास तेज कर चुकी हैं।
हमले से पहले हुई असामान्य गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाना बेहद जरूरी
एनआईए अधिकारियों ने बताया कि पीड़ितों के परिजनों और नजदीकी लोगों से पूछताछ कर किसी भी संभावित खतरे, संचार या हमले से पहले हुई असामान्य गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाना बेहद जरूरी है।
महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद
प्रशांत की पत्नी, जो हमले के समय घटनास्थल पर मौजूद थीं और जिन्होंने अपने पति को अपनी आंखों के सामने खो दिया, से पूछताछ के जरिए जांच में महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है।
प्रशांत की मां ने बताया कि एनआईए की टीम पिछले तीन घंटे से हमारे घर पर है। वे मेरी बहू से उस दिन की घटनाओं को लेकर पूछताछ कर रहे हैं, जब आतंकियों ने मेरे बेटे को गोली मार दी थी।
एक रिश्तेदार ने कहा कि प्रशांत पूरे परिवार का सहारा था। उसकी मौत हमारे लिए अपूरणीय क्षति है। अधिकारी हमले से जुड़ी जानकारी हासिल करने के लिए पूछताछ कर रहे हैं।
महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद में एनआईए टीम की उपस्थिति इस बात को दर्शाती है कि जांच एजेंसियां इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रही हैं और दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्थानीय प्रशासन ने भी एनआईए को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है ताकि जांच पारदर्शी और निष्पक्ष हो सके।
पीड़ित परिवार न्याय को उम्मीद
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, प्रशांत सतपथी के शोकाकुल परिवार सहित अन्य पीड़ित परिवार न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं। पहलगाम आतंकी हमले ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं और अधिकारियों ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सतर्कता बढ़ा दी है।