-
5 अप्रैल को होगा मतदान
-
विकास कार्यों में रुकावट का आरोप
केंद्रापड़ा। जिले के महाकालपाड़ा ब्लॉक की अध्यक्ष कल्पना राउत के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है, जिस पर 5 अप्रैल को मतदान होगा। इस प्रक्रिया के तहत हस्ताक्षर सत्यापन शुक्रवार को पूरा किया गया। यह अविश्वास प्रस्ताव 31 सरपंचों और समिति सदस्यों द्वारा लाया गया है, जिन्होंने अध्यक्ष पर ब्लॉक में विकास कार्यों में रुकावट डालने का आरोप लगाया है। कुल 42 लोगों ने प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए थे, जिनकी सत्यापन प्रक्रिया उप-कलेक्टर की उपस्थिति में पूरी हुई।
बातीघरा पंचायत समिति के सदस्य कृष्णपद मण्डल ने मीडिया को दिए गए बयान में कहा है कि हमने इस अविश्वास प्रस्ताव को इसलिए लाया है, ताकि इस क्षेत्र में विकास कार्यों को गति दी जा सके और ओडिशा में ‘डबल इंजन सरकार’ द्वारा किए जा रहे प्रगति कार्यों में भागीदार बना जा सके।
स्थगित विकास कार्यों से नाराजगी
महाकालपाड़ा पंचायत समिति के सदस्यों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से ब्लॉक में विकास कार्य ठप पड़े थे। अध्यक्ष कल्पना राउत के रवैये से नाराज होकर सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया।
केंद्रापड़ा उप-कलेक्टर अरुण नायक ने कहा कि लगभग 42 लोगों ने अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए थे और उनके हस्ताक्षरों का सत्यापन किया गया है। अध्यक्ष पर काम न करने और विकास कार्य न होने के आरोप लगे हैं। मतदान की तिथि 5 अप्रैल तय की गई है।
अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया
ओडिशा पंचायत राज अधिनियम, 1996 के तहत अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया में सदस्यों द्वारा लिखित सूचना प्रस्तुत की जाती है, जिसमें आवश्यक हस्ताक्षर होते हैं। सत्यापन के बाद बैठक बुलाई जाती है, जहां प्रस्ताव पर बहस और मतदान होता है।
सफल प्रस्ताव के परिणाम
अविश्वास प्रस्ताव पारित होने पर अध्यक्ष को पद से हटाया जाता है और नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होती है। इससे पहले 2022 में गंजाम जिले में विकास कार्यों में बाधा के आरोपों के चलते एक अध्यक्ष को हटाया गया था।