भुवनेश्वर। 12 दिवसीय वार्षिक खंडगिरि मेला मंगलवार से शुरू होने जा रहा है। इसमें स्थानीय संस्कृति, व्यापार और आध्यात्मिकता का अनोखा संगम देखने को मिलेगा। इस वार्षिक मेले में देशभर से साधु और धार्मिक हस्तियाँ भी शामिल होती हैं।प्रशासन द्वारा मेला को सुचारू रुप से संपन्न कराने के लिए सभी प्रकार की तैयारियां की गई हैं।
इस मेले में राज्य भर से पर्यटकों आते हैं। इसमें स्थानीय किसान और उत्पादक घरेलू सामान से लेकर ताजे कृषि उत्पाद तक की बिक्री होती हैं , जिससे पर्यटकों को क्षेत्रीय वस्तुओं का स्वाद मिलता है। इस मेले का प्रमुख आकर्षण जात्रा प्रदर्शन है। खंडगिरि मेला की उत्पत्ति खंडगिरि और उदयागिरी की गुफाओं में साधुओं के एकत्र होने से हुई थी, जो इस आयोजन को गहरे आध्यात्मिक महत्व प्रदान करती है।
संगठक, स्थानीय मठों और सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर मेले के सफल संचालन की कोशिश कर रहे हैं ताकि सभी उपस्थित लोगों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव सुनिश्चित किया जा सके। इस वर्ष एक प्रमुख अनुष्ठान “गुप्त गंगा” स्रोत से प्राप्त पवित्र जल का वितरण होगा, जो खंडगिरि मेला 2025 के आध्यात्मिक उत्सवों में एक विशेष क्षण होगा।
इस बीच, भुवनेश्वर नगर निगम के आयुक्त राजेश प्रभाकर पाटिल ने खंडगिरि स्थल पर तैयारियों और व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। मीडिया से बातचीत करते हुए पाटिल ने कहा कि बीएमसी पीने के पानी और स्थायी प्रकाश व्यवस्था को प्राथमिकता दे रहा है। उन्होंने कहा कि हम स्थायी प्रकाश और पीने के पानी को सर्वोच्च महत्व दे रहे हैं । उन्होंने कहा कि हम मेला स्थल पर स्वच्छता व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। इस मामले में स्थिति अच्छी लग रही है। प्रत्येक 100 मीटर पर एक सफाई कर्मचारी तैनात किया जाएगा।
Check Also
केंद्रीय बजट में ओडिशा को रेलवे क्षेत्र के लिए 10,599 करोड़ रुपये मिलेंगे
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने की घोषणा कहा- राज्य में चल रही हैं 78,000 करोड़ …