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तुरंत चिकित्सा सहायता सुनिश्चित की, पूरा खर्च उठाएगी राज्य सरकार
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अज्ञात बीमारी से पीड़ित की दोनों आंखों की चली गई है रोशनी
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मैंने अपने जीवन में पहले कभी नहीं देखा ऐसा मरीज – मुख्यमंत्री
भुवनेश्वर। मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ में जन सुनवाई के दौरान ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी एक बीमार बच्चे की हालत को देखकर भावुक हो गये। उन्होंने बौध जिले के एक सात वर्षीय बच्चे के इलाज के लिए त्वरित कार्रवाई की है। बौध जिले के रहने वाले प्रत्यूष गिरि एक अज्ञात बीमारी से पीड़ित है और इसकी वजह से उसकी दोनों आंखों की रोशनी चली गई है। इस स्थिति की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री के शिकायत प्रकोष्ठ ने तुरंत प्रतिक्रिया दी।
प्रत्यूष के परिवार ने इलाज के लिए काफी प्रयास किया और भारी खर्च भी किया, लेकिन उसकी सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ। आर्थिक कठिनाइयों और असहायता के कारण बच्चे के पिता, हेरंभ गिरि ने मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई।
तुरंत एक एम्बुलेंस की व्यवस्था कराई
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए मुख्यमंत्री मांझी ने तुरंत एक एम्बुलेंस की व्यवस्था कराई और प्रत्यूष को व्यापक इलाज के लिए कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल भेजा। मुख्यमंत्री मांझी ने कहा कि सात वर्षीय प्रत्यूष गिरि एक गंभीर बीमारी से पीड़ित है। मैंने अपने जीवन में ऐसा मरीज पहले कभी नहीं देखा। उसकी हालत देखने के बाद मैंने स्वास्थ्य विभाग को तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया। ओडिशा सरकार उसके इलाज के सभी खर्च उठाएगी। यदि आवश्यकता पड़ी, तो मुख्यमंत्री राहत कोष से और धनराशि जारी की जाएगी।
सभी आवश्यक चिकित्सा सहायता सुनिश्चित होगी
स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश के बाद बच्चे को एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया गया है। उसकी सभी आवश्यक चिकित्सा सहायता सुनिश्चित की जाएगी।
स्वास्थ्य कार्ड के तहत संभव नहीं था इलाज
प्रत्यूष के पिता ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं मुख्यमंत्री द्वारा मेरे बेटे के इलाज की व्यवस्था करने के लिए बहुत खुश हूं। चूंकि इस बीमारी का इलाज स्वास्थ्य कार्ड के तहत संभव नहीं था, मुख्यमंत्री द्वारा दी गई सहायता से हमें बहुत राहत मिली है।