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मोहन माझी ने जनता की शिकायतें सुनीं, समाधान का दिया आश्वासन
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दिव्यांग व्यक्तियों की समस्याओं के समाधान पर विशेष ध्यान
भुवनेश्वर। मुख्यमंत्री की शिकायत सुनवाई का कार्यक्रम का छठा सत्र आज आयोजित किया गया। पदभार संभालने के बाद से मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने आम जनता से मिलने, उनकी समस्याओं को सुनने और उनका शीघ्र समाधान सुनिश्चित करने को प्राथमिकता दी है।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, उठाई गई शिकायतों में अधिकांश मुद्दे आवास, पेंशन और अन्य बुनियादी समस्याओं से संबंधित थे। मुख्यमंत्री ने उपस्थित अधिकारियों को इन समस्याओं का त्वरित समाधान करने और इनका समाधान जमीनी स्तर पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने हमेशा दिव्यांग व्यक्तियों की समस्याओं को प्राथमिकता दी है। आज उन्होंने व्यक्तिगत रूप से 30 दिव्यांग व्यक्तियों की शिकायतें सुनीं। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति के पास जाकर उनकी समस्याओं को समझा और तत्काल समाधान के लिए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के इस सहानुभूतिपूर्ण रवैये ने दिव्यांग शिकायतकर्ताओं में उम्मीद और विश्वास जगाया और वे खुशी और संतोष के साथ लौटे।
प्रमुख शिकायतकर्ताओं में केन्दुझर की प्रेमलता नंद, जिन्होंने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को उठाया; सौरों के पुरुषोत्तम मोहंती, जिन्होंने सोसाइटी लोन से संबंधित समस्याओं की शिकायत की; और धर्मशाला के रघुनाथ मिश्र, जिन्होंने भूमि विवादों के समाधान की मांग की। उन्होंने समाधान के आश्वासन मिलने के बाद खुशी और संतोष व्यक्त किया।
आज लगभग 1,000 लोगों ने अपनी शिकायतें दर्ज कराने के लिए पंजीकरण कराया था। मुख्यमंत्री के साथ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मुकेश महालिंग, खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता कल्याण मंत्री कृष्ण चंद्र पात्र, सहकारिता मंत्री प्रदीप बलसामंत, वन और पर्यावरण मंत्री गणेश राम खुंटिया और पंचायती राज एवं पेयजल मंत्री रवि नारायण नायक भी उपस्थित थे।
गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सत्यब्रत साहू, राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देव रंजन कुमार सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी सुनवाई के दौरान उपस्थित थे।