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आधार और मोबाइल नंबर लिंक करने के नाम पर ठगी बढ़ी
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लाभार्थियों के बैंक खाते किए जा रहे खाली
भुवनेश्वर। ओडिशा में सुभद्रा योजना के लाभार्थी साइबर ठगों के निशाने पर हैं। आधार और मोबाइल नंबर लिंक करने के नाम पर ठगी कर इन लाभार्थियों के बैंक खाते खाली किए जा रहे हैं।
हाल ही में कई मामलों में यह सामने आया है कि हाउसिंग योजना के तहत मिलने वाली धनराशि को ठगों ने आधार लिंकिंग के बहाने से हड़प लिया। खासकर केंदुझर जिले के बांसपाल ब्लॉक से ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां लाभार्थी गंभीर संकट में हैं।
तना पंचायत के बेनिधी गांव की गेल्ती षाड़ंगी, जो सुभद्रा योजना के तहत अपने घर की छत बनाने के लिए 50,000 रुपये प्राप्त कर चुकी थीं, जब बैंक गईं तो उन्होंने पाया कि उनका खाता पूरी तरह से खाली हो चुका है।
षाड़ंगी ने बताया कि 2 अक्टूबर को उन्होंने सुभद्रा योजना के लिए आवेदन करने के लिए जन सेवा केंद्र का दौरा किया और अपने बायोमेट्रिक्स उपलब्ध कराए। उनका मोबाइल नंबर लिंक नहीं था। बाद में यह पता चला कि 7 अक्टूबर से 11 अक्टूबर के बीच हर दिन उनके खाते से 10,000 रुपये निकाले गए और कुल 50,000 रुपये गायब हो गए।
षाड़ंगी ने कहा कि उन्होंने मुझे बताया कि आपका आधार और मोबाइल नंबर लिंक नहीं है। इसे तेलकोई या कतरपाली के डिजिटल सेवा केंद्र में जाकर लिंक करना होगा। कतरपाली में कोई मौजूद नहीं था, इसलिए मैंने तेलकोई में जाकर अपने 4-5 फिंगरप्रिंट दिए। मैं पढ़ी-लिखी नहीं हूं, इसलिए मुझे नहीं पता था कि वे क्या कर रहे थे।
ऐसा ही एक और मामला करंगडीही पंचायत के तेंतुलीखुंटी गांव से सामने आया। यहां की रंजिता प्रधान ने बताया कि आधार और मोबाइल नंबर लिंक करने के बाद उनके खाते से 50,000 रुपये गायब हो गए।
रंजिता ने कहा कि मैंने महीने की पहली तारीख को अपना आधार अपडेट कराया और अगले ही दिन लाभार्थी राशि मेरे खाते में जमा हो गई। लेकिन 4 तारीख से मेरे खाते से पैसे अपने आप कटने लगे।
हालांकि फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ठगी कैसे की गई। मामले की जांच जारी है।