बालेश्वर – पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के कार्यकाल में बालेश्वर सदर निर्वाचन क्षेत्र के समग्र विकास के लिए शुरू की गई योजनाओं को बंद करने के विरोध में बीजद की ओर से पूर्व विधायक स्वरूप दास के नेतृत्व में 19 नवंबर से शुरू हुए दिन-रात के धरने के बाद आज, 22 नवंबर को सुबह 10 बजे से सदर ब्लॉक परिसर में आमरण अनशन शुरू हुआ। इसमें पूर्व विधायक स्वरूप दास के नेतृत्व में कुल 17 सरपंच, समिति सदस्य, काउंसलर और अन्य नेता शामिल हुए हैं।
10 घंटे बीत जाने के बावजूद प्रशासन की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। दूसरी ओर, इस अनशन को नैतिक समर्थन देने के लिए भोगराई विधायक गौतमबुद्ध दास और नीलगिरि के पूर्व विधायक सुकांत नायक अनशन स्थल पर पहुंचे।
अनशन स्थल पर वक्ताओं ने कहा कि नवीन पटनायक के मुख्यमंत्री रहते राज्य ने विकास की चरम सीमा को छुआ, लेकिन महोन सरकार ने केवल 5 महीनों में राज्य को पीछे धकेल दिया। स्थानीय भाजपा विधायक द्वारा विकास कार्यों में बाधा डालने के विरोध में स्वरूप दास के नेतृत्व में चल रहा यह आंदोलन आने वाले दिनों में राज्यव्यापी रूप ले सकता है।
इस अनशन का संचालन बालेश्वर के पूर्व विधायक स्वरूप दास ने किया। इसमें अनशन पर बैठे अन्य प्रमुखों में महिला बीजद की टाउन अध्यक्ष मीना महांति, काउंसलर मीता पटनायक, कविता मुरमु, सुनिया मुरमु, सरपंच अजीत महापात्रा, बरेंद्र सेठी, धनंजय पात्रा, लक्ष्मीकांत जेना, अशोक कुमार महापात्रा, अकुर तरेई, चित्त रंजन जेना, सेख राजू, पूर्व काउंसलर साकिर खान, सदर बीजद युवा अध्यक्ष सेख अनसार, युवा नेता दिव्यशक्ति जेना, प्रशन्न जेना आदि शामिल हैं।