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प्रतिहारी सेवायत को मंदिर प्रशासन ने थमाई नोटिस
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देरी के कारण का जवाब मांगा
भुवनेश्वर। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने पुरी श्रीमंदिर के एक प्रतिहारी सेवायत को नोटिस जारी कर शुक्रवार को द्वार फिटा अनुष्ठान के देर से आयोजन के लिए जिम्मेदार ठहराया। मंदिर के नियमों का उल्लंघन करने पर प्रतिहारी सेवक शिवशंकर महापात्र को नोटिस जारी की गयी है।
सूत्रों के अनुसार, द्वार फिटा अनुष्ठान में 35 मिनट की देरी हुई, जिससे महाप्रसाद वितरण सहित अन्य अनुष्ठानों पर असर पड़ा। मंदिर प्रशासन ने देरी के कारण के बारे में महापात्र से स्पष्टीकरण मांगा है।
एसजेटीए ने दोषी सेवायत को कारण बताओ नोटिस जारी कर सात दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है। नोटिस का अनुपालन करने में विफलता के परिणामस्वरूप श्री जगन्नाथ मंदिर अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार दोषी सेवायत के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है।
जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य माधव महापात्र ने प्रशासन की कार्रवाई का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने हाल ही में एक बैठक के दौरान द्वार फिटा अनुष्ठान में लगातार देरी पर चिंता जताई थी।
उन्होंने कहा कि हमने देरी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की थी। प्रशासन का यह कदम सही दिशा में उठाया गया कदम है। महापात्र ने कहा प्रतिष्ठित मंदिर के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए मंदिर के मानदंडों और अनुष्ठानों का कड़ाई से पालन करने की आवश्यकता है।