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पंजाब, कश्मीर पुलिस के साथ-साथ एनआईए की टीम आ सकती है ओडिशा
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सुरक्षा कारणों से जल्द ही उसे रागड़ी उप-जेल से भेजा जाएगा जाजपुर जेल में
भुवनेश्वर। ओडिशा क्राइम ब्रांच गिरफ्तार मोस्टवांटेड आतंकी 37 वर्षीय कश्मीरी जालसाज सैयद ईशान बुखारी की सात दिन की रिमांड की मांग करेगी। एसटीएफ एसपी किशोर कुमार पाणिग्राही ने मीडिया को बताया कि वर्तमान में आरोपी रागड़ी उप-जेल में बंद है, लेकिन सुरक्षा कारणों से जल्द ही उसे जाजपुर जेल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। खुद को सेना का डॉक्टर और प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) का वरिष्ठ अधिकारी बताने वाले बुखारी को शुक्रवार को ओडिशा के जाजपुर जिले के नेउलपुर में उसके किराए के घर पर छापेमारी के दौरान एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। वह कथित तौर पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों के सहयोगी के रूप में अपनी पहचान फर्जी बताता था।
पाणिग्राही ने कहा कि एसटीएफ आईबी और जम्मू-कश्मीर तथा पंजाब में अपने समकक्षों के संपर्क में है। एक बार जब हमें बुखारी की हिरासत मिल जाएगी, तो उन राज्यों की पुलिस उनसे पूछताछ करने के लिए ओडिशा आ सकती है। उन्होंने बताया कि बुखारी के संभावित आतंकवादी संबंधों का पता लगाने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के भी ओडिशा में जांच में शामिल होने की संभावना है।
हालांकि उसके आतंकी संबंध अभी तक स्थापित नहीं हुए हैं, हम अब जम्मू-कश्मीर पुलिस से विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
पूछताछ के दौरान बुखारी ने कबूल किया कि उन पर 2017 में जम्मू-कश्मीर में धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया गया था और उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था। इसके बाद से वह ओडिशा में छिपता फिर रहा है। पंजाब पुलिस ने उनके पिता के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया है।
पाणिग्राही ने कहा कि बुखारी के मोबाइल फोन में पाकिस्तान के नंबर पाए गए हैं। हमने उनके सीडीआर विश्लेषण के लिए सेवा प्रदाताओं को भी लिखा है। हम उसके वित्तीय लेनदेन की भी जांच कर रहे हैं। पुलिस के पास पाकिस्तान में संदिग्ध आतंकवादियों के साथ बुख़ारी की चैट के सबूत हैं। पुलिस ने कहा कि उसने आईएसआई एजेंटों के साथ चैट की, लेकिन बाद में चैट डिलीट कर दी। बुखारी के पास से चार मोबाइल फोन बरामद हुए, जिनमें से दो चालू थे। काम कर रहे मोबाइलों को सीडीआर विश्लेषण के लिए भेजा गया है, जबकि अन्य दो को डेटा रिकवरी के लिए राज्य फोरेंसिक साइंस लैब (एसएफएसएल) में भेजा गया है।