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ओडिशा के गंजाम में माओवादियों ने फिर दिया दस्तक

  • भंजनगर के दुर्गाप्रसाद गांव के बाहरी इलाके में बैनर लगाया

  • पुलिस मुखबिरी करने वालों को मौत की सजा देने की चेतावनी दी

ब्रह्मपुर। गंजाम जिले में एक बार फिर माओवादियों ने सिर उठाना शुरू कर दिया है। लंबे समय के बाद माओवादियों (सीपीआई-एम) ने गंजाम जिले के भंजनगर थानांतर्गत दुर्गाप्रसाद गांव के बाहरी इलाके में एक बैनर लगाया है। बैनर में वामपंथी उग्रवादियों ने चेतावनी दी है कि पुलिस मुखबिरी करने वालों को मौत की सजा दी जाएगी। माओवादी बैनर के उभरने के बाद इलाके में दहशत फैल गई है। हालांकि, वास्तव में बैनर किसने लगाया है, इसकी पुष्टि नहीं हुई है। ऐसा कहा जाता है कि भंजनगर में पिछले पांच वर्षों में माओवादियों के ऐसे पोस्टर नहीं देखे गए थे। खबरों के अनुसार, वामपंथी उग्रवादी 2012 के चुनाव से पहले भंजनगर इलाके में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे स्थानीय प्रशासन, स्थानीय निवासियों और पुलिस की चिंताएं बढ़ गई हैं।

कंधमाल सीमा से सटा है इलाका

बताया जाता है कि कंधमाल जिले की सीमा से लगे दुर्गाप्रसाद इलाके के बाहरी इलाके में सुबह माओवादी बैनर देखकर स्थानीय लोग चौंक गए। बैनर में माओवादियों ने उलिंगिया-दुर्गाप्रसाद सड़क निर्माण का कड़ा विरोध किया है, जिसका काम बीच में ही रोक दिया गया है। माओवादियों का आरोप है कि सड़क कार्य की गुणवत्ता घटिया है। बैनर पर लिखा था कि काम दोबारा शुरू करने से पहले संबंधित पक्षों को हमसे बातचीत करनी चाहिए।

पुलिस ने जांच शुरू की

माओवादियों के बैनर मिलने की सूचना पाते ही भंजनगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस सूत्रों ने कहा कि जांच की जा रही है। अभी तक बैनर के स्रोत पता नहीं चल पाया है।

बैनर में लिखे कुछ शब्द माओवादियों की संलिप्तता की ओर इशारा

खबरों में बताया गया है कि परिस्थितिजन्य साक्ष्य और बैनर में लिखे कुछ शब्द माओवादियों की संलिप्तता की ओर इशारा कर रहे हैं। माना जाता है कि माओवादियों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में लगे कुछ ठेकेदारों को धमकाने और उनसे पैसे वसूलने का इरादा रखते हुए बैनर लगाए हैं।

चूंकि माओवादियों का अधिकांश इलाकों में सफाया कर दिया गया है, इसलिए कुछ माओवादी नकदी की कमी से जूझ रहे हैं और धन की नई आपूर्ति के साथ फिर से संगठित होने और वापस आने की कोशिश कर रहे हैं।

 

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