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मेरे मन में तिरंगा है,मेरे घर पे तिरंगा है –को सार्थक बनाया आयोजित कवितापाठ
भुवनेश्वर। राष्ट्रीय कवि संगम के सौजन्य से स्थानीय सत्यनगर स्थित उत्कल-अनुज हिन्दी वाचनालय में सायंकाल एक देशभक्ति कवितापाठ आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता हिन्दीसेवी अशोक पाण्डेय ने की। मंचासीन रहे राष्ट्रीय कवि संगम के खुर्दा इकाई के अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह, ओडिशा प्रांतीय संरक्षक गजानंद शर्मा, प्रांतीय परामर्शदाता प्रकाश बेताला, राष्ट्रीय कविसंगम के परामर्शदाता, कवि किशन खण्डेलवाल आदि थे।
इस अवसर पर देशभक्ति पर आधारित अपनी-अपनी कविताओं का वाचन किया मनीष पाण्डेय, मंजुला अस्थाना मोहंती, रजत बारिक, सीए अनूप अग्रवाल, पुष्पलता, एसके खुंटिया, विनोद कुमार, जयश्री पटनायक, मोरारीलाल लढानिया, विश्वरंजन मोहंती, आशीष कुमार, निरंजन सामंतराय, ऋतु महिपाल, प्रभुचरण पति, रुनु रथ, किशन खण्डेलवाल, विक्रमादित्य सिंह तथा अमिता सिंह आदि ने। आयोजन देशभक्ति हेतु प्रेरणादायक सिद्ध हुआ। श्रोताओं के रुप में शिव कुमार शर्मा, शेषनाथ राय, कमल कुमरा चौधरी तथा रश्मि कर आदि उपस्थित थे। कुल मिलाकर मेरे मन में तिरंगा है, मेरे घर पे तिरंगा है–को सार्थक बनाया आयोजित कवितापाठ।