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नकली सोना गिरवी रखकर 14 लोगों ने लिया है 70 लाख रुपये का ऋण
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मामले की जांच में जुटी पुलिस
बालेश्वर। सेंट्रल बैंक में फर्जी ऋण गिरवी रखकर ऋण धोखाधड़ी के कथित मामले में बालेश्वर की पुलिस ने शनिवार को एक सुनार सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपी सुनार की पहचान पद्मलोचन राणा के रूप में हुई है, जो सोने की प्रामाणिकता के साथ-साथ उसके मूल्यांकन के लिए बैंक के लिए काम करता था।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि राणा ग्राहकों को तैयार करता था और नकली सोने को असली प्रमाणित करता था। उनकी रिपोर्ट के आधार पर बैंक ग्राहकों को गोल्ड लोन मंजूर करता था। आरोप है कि करीब 14 ग्राहकों ने नकली सोना गिरवी रखकर 70 लाख रुपये का लोन लिया था। मामला तब सामने आया जब भुवनेश्वर की एक केंद्रीय टीम ने बैंक का दौरा किया और पाया कि सोना नकली है। बाद में सेंट्रल बैंक के संबंधित प्रबंधक द्वारा एक औपचारिक पुलिस शिकायत दर्ज की गई।
बालेश्वर सिटी डीएसपी, गायत्री प्रधान ने कहा कि हमें एक शिकायत मिली थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि 14 ग्राहकों ने नकली सोना जमा किया था और 70 लाख रुपये का ऋण लिया था। सुनार पिछले पांच-छह साल से बैंक के लिए काम कर रहा था। सुनार की रिपोर्ट और मूल्यांकन के आधार पर बैंक ऋण जारी करता था। प्रधान ने कहा कि धोखाधड़ी में अन्य व्यक्तियों और बैंक कर्मचारियों की संलिप्तता का पता लगाने के लिए आगे की जांच चल रही है।