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नवीन ओडिशा’ में पैसे लेकर सरकारी नौकरी की हो रही है बिक्री – भाजपा

  • राज्य सरकारी नियुक्ति मनी फार जाब रैकेट कर रहा है कार्य

भुवनेश्वर। ओडिशा स्टॉफ सेलेक्शन कमिशन द्वारा जेई सिविल मैन परीक्षा के प्रश्न पत्र परीक्षा से पूर्व लीक होना प्रमाणित करता है कि ओडिशा में सरकारी नियुक्ति के मामले में मनी फॉर जॉब रैकेट कार्य कर रही है। इस घटना में केवल कुछ दलालों को गिरफ्तार किया गया है। बालेश्वर के आरक्षी अधीक्षक के बयान ने स्पष्ट कर दिया है कि परीक्षा से पूर्व दलालों को प्रश्न पत्र मिल गया था। स्टॉफ सेलेक्शन कमिशन ने परीक्षा को रद्द कर दी है, जिसे करने के लिए वे कानूनी रुप से बाध्य हैं। दलालों को प्रश्न पत्र कैसे मिला, सरकार के बड़े अधिकारी उन्हें प्रश्न पत्र दिया था, इस मामले में कोई जांच नहीं हो रही है। सरकारी अधिकारियों के संलिप्तता के बिना ऐसा होना संभव ही नहीं है। स्टॉफ सेलेक्शन कमिशन के किसी बड़े अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अनिल बिश्वाल ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि पहली बार राज्य में ऐसा नहीं हो रहा है। ओपीएससी, ओएसएससी, ओएसएसएससी जैसी सरकारी परीक्षा करवाने वाली संस्थाओं द्वारा सरकारी नियुक्ति में अनियमितता, प्रश्न पत्र खुले बाजार में मिलना जैसी घटनाएं बार बार आ रही है। राज्य के युवाओं को अब लगने लगा है कि बीजद सरकार के नवीन ओडिशा में पैसे लेकर सरकारी नौकरी बेची जाती है।
बिश्वाल ने कहा कि इस पूरे घटना में जिन मोहम्मद सिद्दिकी, मुस्ताकिक खान, कमिरुद्दिन विजेन्द्र कुमार व राज्य कुमार पकड़े गये हैं वे सभी बाहर के राज्यों से हैं। उनके पास यह प्रश्न पत्र केसे पहुंचा। निश्चित ही इसमें सरकारी अधिकारी व सत्तारुढ़ पार्टी के नेताओं का हाथ है। इस तरह के आरोप हैं कि ओडिशा स्टॉफ सेलेक्शन कमिशन के लिए प्रश्न पत्र तैयार करने वाली संस्था, प्रश्न पत्र प्रकाशित करने वाली संस्था, आवेदन से मेरिट लिस्ट निकलने तक का प्रबंधन करने वाली साफ्टवेयर कंपनी प्रदेश के बाहर की है। उन संस्थाओं का बीजद सरकार के साथ सांठगांठ के कारण ओडिशा का शिक्षित युवाओं की नौकरी दलालों के जरिये बाजार में बेचा जा रहा है।
बिश्वाल ने कहा कि पिछले दिनों ओडिशा स्टॉफ सेलेक्शन कमिशन के एक सदस्य के सचिव के यहां से 3 करोड़ 80 लाख रुपये की आय से अधिक संपत्ति, सौ से अधिक एडमिट कार्ड व प्रश्न पत्र बरामद किया गया था। इस मामले के पीछे भी कौन था, उसकी जांच आज तक नहीं हुई। उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ नवीन सरकार बंद करे।

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