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कलाकारों को दी जाने वाली पारिश्रमिक में बढ़ोत्तरी की घोषणा की
इण्डो एशियन टाइम्स, भुवनेश्वर।
राज्य में लोककला के प्रसार के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने महत्वपूर्ण घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने सूचना व जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित जागरुकता कार्यक्रम में लोककला के कलाकारों को दी जाने वाली पारिश्रमिक में बढ़ोत्तरी की घोषणा की है।
इस निर्णय के अनुसार, प्रत्येक लोककला के लिए एक दिन में तीन घंटो में तीन प्रदर्शन के लिए बढ़े हुई पारिश्रमिक की घोषणा की गई है। टीम के मुखिया को एक दिन के लिए एक हजार रुपये व टीम के अन्य सदस्यों को 8 सौ रुपये प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा कलाकारों को आने-जाने का खर्च व भोजन के लिए दैनिक तीन सौ रुपये प्रदान की जाएगी।
नई पारिश्रमिक के अनुसार दासकाठिया प्रदर्शन के लिए पूर्व में प्रति कार्यक्रम के तहत 2 सौ रुपये प्रदान किया जा रहा था, अब एक दो सदस्य़ीय़ टीम को एक मुश्त 24 सौ रुपये प्रदान किया जाएगा। इसी तरह पाला प्रदर्शन करने वाले टीम को पूर्व मे एक कार्यक्रम के लिए 350 रुपये प्रदान किये जाते थे, अब छह सदस्यीय टीम को एकमुश्त 6800 रुपये प्रदान किये जाएंगे।
घोड़ा नृत्य करने वालों को पूर्व में प्रत्येक कार्यक्रम के लिए 350 रुपये प्रदान किया जाता था, अब 9 सदस्यीय़ टीमों को एक मुश्त 9 हजार रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।
इसी तरह लोक नृत्य व लोकसंगीत कार्यक्रमों के लिए प्रत्येक कार्यक्रम हेतु 4 सौ रुपये प्रदान किया जाता था। अब 8 सदस्यों की टीम को एक मुश्त 9 हजार रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री आशा व्यक्त की है कि पारिश्रमकि में बढ़ोत्तरी के निर्णय से लोककला की सुरक्षा होने के साथ-साथ कलाकारों का प्रोत्साहन हो सकेगा।
उल्लेखनीय है कि राज्य के सूचना व जनसंपर्क विभाग द्वारा विभिन्न जानकारियां, शिक्षा व संचार कार्यक्रम तथा राज्य सरकार की योजनाओं को लोगों के बीच लेकर जाने के लिए लोककलाओं का इस्तेमाल किया जाता है।