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पूछा- डीओपीएंडटी द्वारा जारी पत्र का जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं मुख्य सचिव
इण्डो एशियन टाइम्स, भुवनेश्वर।
ओडिशा में एक बार फिर 5-टी सचिव विपक्ष के निशाने पर हैं। इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को सवाल किया कि ओडिशा के मुख्य सचिव कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीएंडटी) द्वारा जारी पत्र का जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्य भाजपा प्रवक्ता सत्यव्रत पंडा ने कहा कि इस मामले पर मुख्य सचिव की पूर्ण चुप्पी इंगित करती है कि ओडिशा में पूरा प्रशासन अपंग हो गया है।
पंडा ने आगे आरोप लगाया कि जिस तरह से बीजद के वरिष्ठ नेता अब 5-टी सचिव के बचाव में आ रहे हैं वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने सवाल किया कि 5-टी सचिव राज्य में विभिन्न स्थानों का दौरा कर रहे हैं और नकली विकास की कहानियां बुन रहे हैं। ऐसा देखा गया है कि 5-टी सचिव भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों से मिल रहे हैं और हत्या के आरोपियों के साथ मंच साझा कर रहे हैं। क्या ओडिशा में इस तरह की व्यवस्था यह संकेत दे रही है कि निर्वाचित प्रतिनिधि, जो बीजद के टिकट पर जीते हैं, अक्षम हो गए हैं।
पंडा ने आगे सवाल किया कि क्या शासन में विधायकों, मंत्रियों की भूमिका कम हो गई है। उन्होंने कहा कि पूर्ण मौन की भी कुछ आवाज होती है। मुख्य सचिव की पूर्ण चुप्पी से ओडिशा के लोगों को संदेश मिल रहा है कि यहां का प्रशासन अब पंगु हो गया है।
इधऱ, भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए बीजद के वरिष्ठ नेता देवी प्रसाद मिश्र ने कहा कि चुनाव के दौरान विपक्ष कई गैर-मुद्दों को मुद्दा बना देता है और हमें इसकी चिंता नहीं है। हम मुख्यमंत्री के नेतृत्व में विकास के एक लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं।
Posted by: Desk, Indo Asian Times