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5-टी सचिव पर कार्रवाई के केन्द्र सरकार के पत्र पर बीजद ने दी प्रतिक्रिया
इण्डो एशियन टाइम्स, भुवनेश्वर।
राज्य के 5-टी सचिव वीके पांडियन द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा के सर्विस रूल्स के उल्लंघन संबंधी केन्द्र सरकार के पत्र के बाद बीजू जनता दल ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व सांसद प्रसन्न आचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने किसी को सत्ता हस्तांतरित नहीं की है। बीजद के अध्यक्ष के नाते उन्होंने कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी है। मुख्यमंत्री ने अपने आवास को शिकायत प्रकोष्ठ में परिवर्तित किया है। ओडिशा में मुख्यमंत्री कार्यालय लोगों के जितने पास हैं, भारत में कहीं और ऐसा नहीं है। सीएमओ के पास आना हर किसी के लिए संभव नहीं है। यदि सरकार लोगों के पास पहुंचती है, तो इसमें दिक्कत कहां है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि पावर हस्तांतरित किया गया है। मुख्यमंत्री हमारे पार्टी के मुखिया हैं। इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी है। इसी तरह मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने सरकारी अधिकारियों को भी जिम्मेदारी दी है। इसमें भी किसी प्रकार की असंवैधानिक नहीं है। वह किसी को सत्ता हस्तांतरित नहीं कर रहे हैं, जिम्मेदारी दे रहे हैं। जिनके पास मुद्दे नहीं होते हैं, वे इस तरह के बातें करते हैं। केन्द्र सरकार से कोई चिट्ठी आनी कोई बड़ी बात नहीं है। इस तरह की चिट्ठी आती रहती है। सरकार लोगों के पास पहुंच रही है। आगामी चुनाव में विकास का प्रभाव दिखेगा।
बीजद के सांसद व विधायक हैं असहाय – भाजपा
राज्य में 5-टी सचिव के मामले में बीजद के विधायक व सांसद असहाय हैं। भय के कारण वे कुछ बोल पाने की स्थिति में नहीं हैं। भारतीय जनता पार्टी के विधायक मोहन माझी ने यह बात कही।
माझी ने कहा कि बीजद सरकार व पार्टी इस समय विषम संकट में फसी है। 5-टी सचिव के नाम पर आरोपों को वे इधर-उधर की बातें कर बचने का प्रयास कर रहे हैं। केन्द्र सरकार की चिट्ठी को मामूली बात समझना ठीक नहीं है। एक पंक्ति का पत्र एटम बम जैसा हो सकता है। सरकार भी गिर सकती है। केन्द्र सरकार का एक पत्र आगामी दिनों में बीजद सरकार को भस्म कर सकती है।
उन्होंने कहा कि बीजद के विधायक व सांसदों ने 5-टी सचिव की दासता को स्वीकार कर लिया है। उन्हें इस बात का भय सता रहा है कि उनका टिकट कट सकता है। जेल जाने का भय भी उन्हें हैं। इसलिए वे 5-टी सचिव के सेवा में लगे हैं और अलोकतांत्रिक प्रक्रिया का समर्थन करते हैं।
राज्य में चल रहा है बाबू तंत्र – कांग्रेस
राज्य में बाबू तंत्र चल रहा है। 5-टी सचिव यदि जिलों में घूम रहे हैं, तो इसके लिए निर्वाचित प्रतिनिधि, विधायक व मंत्री जिम्मेदार हैं। वे इस मामले में आवाज उठाने के बजाय वे 5-टी सचिव को धन्यवाद दे रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारा प्रसाद बाहिनीपति ने ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि एक सांसद ने हाल ही में कहा कि पांडियन सर हमारे मुख्यमंत्री हैं। राज्य में जन प्रतिनिधियों में कोई स्वाभिमान बचा नहीं है। उनके टिकट कटने का भय है। इस कारण वे चुपचाप बैठे हैं, लेकिन यह नेता जब चुनाव में जाएंगे तब जनता उन्हें समझा देगी।