इण्डो एशियन टाइम्स, भुवनेश्वर।
ओडिशा सरकार पर अपना हमला जारी रखते हुए कांग्रेस की राज्य इकाई ने मंगलवार को 5-टी सचिव वीके पांडियन पर अखिल भारतीय सेवा (एआईएस) आचरण नियमों के घोर उल्लंघन का आरोप लगाते हुए केंद्र का रुख किया। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग को लिखे पत्र में वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय पटनायक ने पांडियन के खिलाफ जांच करने और उचित कदम उठाने की मांग की है। पटनायक ने अपने पत्र में दावा किया कि वीके पांडियन का नाम गजपति जिले के हाटीबाड़ी रोड, रामनगर, परलाखेमुंडी में बीजद के होर्डिंग्स में दिखाई दिया है। होर्डिंग में दावा किया गया है कि 5-टी सचिव वीके पांडियन की यात्रा के दौरान एक चर्च के लिए 20 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं, जो एआईएस आचरण नियमों के नियम 5 का स्पष्ट उल्लंघन है। पटनायक ने पत्र में कहा कि 5-टी सचिव राज्यभर में जाते हैं और विभिन्न संस्थानों को अनुदान की सार्वजनिक घोषणा करते हैं, जिससे समेकित निधि से व्यय के संबंध में सरकारी मानदंडों का उल्लंघन होता है। सरकार का कोई भी सचिव, जो व्यय मंजूरी के नियमों का पालन किए बिना ऐसी घोषणा में भागीदार है, अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए उत्तरदायी है।
पटनायक ने आगे आरोप लगाया कि 5-टी सचिव सार्वजनिक बैठकों में जाते हैं और दावा करते हैं कि उन्हें अनुदान की घोषणा करने में मुख्यमंत्री का प्रतिनिधित्व करने के लिए नियुक्त किया गया है। आचरण नियमों के तहत किसी भी सेवारत अधिकारी को सार्वजनिक बैठक में किसी राजनीतिक पदाधिकारी का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति नहीं है।
पटनायक के पत्र में कहा गया है कि चूंकि कथित अधिकारी वर्तमान में ओडिशा के मुख्यमंत्री के निजी सचिव के रूप में काम कर रहा है, इसलिए मुख्यमंत्री से नियमों के ऐसे उल्लंघन के लिए संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद करना व्यर्थ है।