-
संपादकीय में उठाये कई सवाल, कहा-सादी पोशाक में तैनात लोगों की पुष्टि करे पुलिस
इसके अलावा, सांसद ने स्थिति को गलत तरीके से संभालने के लिए बीजद सरकार और पुलिस की भी आलोचना की।
उन्होंने लिखा है कि रिपोर्ट्स में कहा गया है कि भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा पथराव के बाद कुछ पुलिस कर्मियों को चोटें आईं। लेकिन, भुवनेश्वर तब मूकदर्शक बना रहा जब कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक की मौजूदगी में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर पथराव किया, जिससे वह घायल हो गईं। पुलिस को विरोध को शांति से प्रबंधित करना चाहिए था। भाजपा और पुलिस की हिंसा ने स्थिति को और भी खराब कर दिया है। इससे लोगों का आक्रोश भी भड़क उठा है। बीजद अपने अनुशासित व्यवहार और मूल्यों के कारण पिछले 25 वर्षों से राज्य में शासन कर रही है। इसलिए पार्टी को इसे बनाए रखना चाहिए और भविष्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। हालांकि महताब की टिप्पणी पर पुलिस कमिश्नरेट और बीजद से कोई टिप्पणी प्राप्त नहीं हो सकी थी।