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राज्य की बेटी द्रौपदी मुर्मू ने ओड़िया धर्म-संस्कृति व परंपराओं का मान बढ़ाया
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महाप्रभु श्री जगन्नाथ के दर्शन के लिए बड़दांड में चलीं पैदल
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हाथ उठाकर किया महाप्रभु को किया प्रणाम
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महाप्रभु श्रीजगन्नाथ के दर्शन के समय राष्ट्रपति की आखें नम हुईं
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तुलसी माला दिया व द्वीप प्रज्ज्वलित किया
पुरी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज प्रोटोकॉल तोड़ते हुए आम भक्त के रूप में महाप्रभु के दरबार पहुंचीं और उन सभी परंपराओं का पालन किया जो एक आम भक्त करता है।
ऐसा करके उन्होंने यह साबित किया कि वह राज्य की बेटी हैं और उनके लिए धर्म संस्कृति व परंपराएं सर्वोपरि हैं। उन्होंने महाप्रभु श्री जगन्नाथ के दर्शन के लिए बड़दांड में पैदल चलकर स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का निर्वहन करते हुए यह भी साबित किया कि महाप्रभु के दरबार में सभी व्यक्ति समान हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज गुरुवार को पुरी स्थित श्रीजगन्नाथ मंदिर में लगभग 30 मिनट रहीं। राष्ट्रपति के कुल के पंडा ने बताया कि उन्होंने महाप्रभु को तुलसी माला दी तथा द्वीप प्रज्ज्वलन किया। महाप्रभु के दर्शन करते समय राष्ट्रपति की आखें नम हो गईं। इसके बाद उन्होंने मां विमला व महालक्ष्मी के दर्शन किये। अंत में उन्होंने रजिस्टर में दस्तखत किया। सेवायतों ने उनको आशीर्वाद किया। राष्ट्रपति ने कहा कि वह बार-बार पुरी आकर महाप्रभु के दर्शन करेंगी। इससे पहले मंदिर के पास पहुंचने के बाद राष्ट्रपति ने अरुण स्तंभ को स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। पैर प्रक्षालन स्थान पर जाकर उन्होंने अपना पैर धोया। इसके बाद मंदिर की 22 सीढिय़ों से हो कर मंदिर में प्रवेश किया। प्रत्येक सीढ़ी को स्पर्श कर उन्होंने प्रणाम किया। मंदिर के सिंहद्वार के सामने उन्होंने माथा टेककर प्रणाम किया। उनके साथ राज्यपाल प्रो गणेशीलाल, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, डा संबित पात्र व राष्ट्रपति की बेटी भी उपस्थित थीं। पुरी के महाराजा दिव्यसिंह देव ने मंदिर से सिंहद्वार के निकट उनका पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
बड़दांड में चलीं पैदल
राष्ट्रपति ने पुरी पहुंचने के बाद प्रोटोकल को तोड़ते हुए मंदिर की ओर जाने वाली सड़क बड़दांड पर पैदल चली और मंदिर तक गयीं। आम तौर पर महाप्रभु के भक्त इस मार्ग पर पैदल चलकर ही मंदिर तक जाते हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ऐसा ही किया। इससे पहले वह
तालबणिआ हेलीपैड पर उतरने के पश्चात वह कार से आयीं, लेकिन मेडिकल चौक से कार से उतर गईं। वहां वह हाथों को ऊपर कर उन्होंने महाप्रभु के प्रति भक्तिभाव का प्रदर्शन किया। वहां से पैदल श्रीमंदिर की ओर निकल पड़ीं। रास्ते में लोग जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ के नारे लगा रहे थे।
छात्र-छात्राओं को देखकर उनके पास गईं
बड़दांड में पैदल चलते समय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बीच में विद्यालय के छात्र-छात्राओं को देखा और उनके पास चली गईं। मुर्मू ने मिलकर उनके साथ फोटो खिंचवाई। बच्चे उनके साथ मिलकर काफी खुश दिखे, क्योंकि ऐसा बहुत ही कम मौका मिलता है, जब रास्ते चलते ऐसे प्रतिष्ठित भुवितियां उनके साथ मिलती हैं।
केले के पत्ते पर महाप्रसाद ग्रहण किया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज यहां श्री जगन्नाथ मंदिर में महाप्रभु श्री जगन्नाथ के दर्शन के बाद महाप्रसाद का सेवन किया। इस दौरान उनके साथ गजपति महाराज दिव्य सिंहदेव मौजूद थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने परंपरा के अनुसार जमीन पर बैठकर और केले के पत्ते पर महाप्रभु के महाप्रसाद को ग्रहण किया है।