पुरी। श्री जगन्ना मंदिर के बाद पुरी स्थित गुंडिचा मंदिर की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाने लगे हैं। तकनीकी समिति ने शनिवार को पुरी श्री गुंडिचा मंदिर के स्तंभों में दरारें देखीं। पुरी श्रीमंदिर तकनीकी कोर कमेटी ने प्राचीन मंदिर में एक निरीक्षण के दौरान 4 में से तीन स्तंभों पर कुछ संकट देखी तथा इसकी सूचना पैनल के अध्यक्ष प्रोफेसर एसके भट्टाचार्य को दी। वह केंद्रीय भवन और अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-सीबीआरआई), रुड़की के निदेशक भी हैं। भट्टाचार्य ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि दरारें बहाल और मरम्मत की जा सकती हैं। जीर्णोद्धार कार्य के लिए आवश्यक समयावधि पर भट्टाचार्य ने कहा कि मरम्मत के लिए समय सीमा की घोषणा करना उचित नहीं होगा। भट्टाचार्य ने कहा कि हमें उम्मीद है कि अगर सब कुछ योजना के अनुसार चलता है, तो मरम्मत का काम दो से तीन महीने में पूरा हो सकता है। समिति के सदस्य एनसी पाल के अनुसार, श्री गुंडिचा मंदिर के गर्भ गृह (गर्भगृह) की मरम्मत साल 1994 में की गई थी।
Check Also
ओडिशा में किसानों को 1,904 करोड़ की इनपुट सब्सिडी मिली
सरकार ने इस सीजन में अब तक 26,28,228 टन धान की खरीद की भुवनेश्वर। ओडिशा …