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कमान संभालते ही आईजी धनेश्वर कुमार शर्मा की घोषणा
भुवनेश्वर। राज्य के नक्सल प्रभावित जिलों में ओडिशा पुलिस और राज्य प्रशासन के साथ समन्वय में नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज किया जायेगा। कोरापुट और मालकानगिरि जिलों के दूरस्थ क्षेत्रों में राज्य सरकार द्वारा परिकल्पित विकास परियोजनाओं की सुविधा पर जोर दिया जायेगा। शांति, विकास और प्रगति जल्द से जल्द लाने के लिए सभी हितधारकों के ठोस प्रयासों से नई चुनौतियों का समाधान किया जाएगा। अपना नया पदभार संभालते ही आईजी धनेश्वर कुमार शर्मा ने यह घोषणा की।
धनेश्वर कुमार शर्मा, आईजी बीएसएफ ने श्री सतीश चंद्र बुड़ाकोटी, आईजी से एफटीआर मुख्यालय (स्प्ल ऑप्स) बीएसएफ ओडिशा के कमांडर के रूप में पदभार ग्रहण कर लिया है, जो कोरापुट और मालकानगिरि जिलों में नक्सल विरोधी अभियान चलाते थे।
बताया जाता है कि बीएसएफ को साल 2010 से इन दोनों जिलों में तैनात किया गया है और ये अत्यधिक नक्सल प्रभावित जिले हैं। निवर्तमान आईजी सतीश चंद्र बुड़ाकोटी ने माओवादियों के खतरे को रोकने और दोनों जिलों में सामान्य स्थिति लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आईजी के रूप में उनके कार्यकाल का उच्च बिंदु स्वाभिमान आंचल में नए सीओबी की स्थापना करना रहा है, जिसके परिणामस्वरूप उस क्षेत्र में एसएफ का कुल वर्चस्व रहा जो माओवादियों का गढ़ हुआ करता था। उन्होंने बीएसएफ की तैनाती के दूर-दराज के क्षेत्रों में राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए विकास कार्यों को सुगम बनाया। पंचायत चुनाव 2022 का सफल समापन इसका प्रमाण है। उन्होंने छत्तीसगढ़ सीमा से सटे तुलसी डोंगरी आरक्षित वन क्षेत्र में नक्सलवाद से निपटने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके किए गए प्रयासों को काफी सराहना मिली।
धनेश्वर कुमार शर्मा, आईजी 1986 बैच के एक उच्च पेशेवर बीएसएफ कैडर के अधिकारी हैं, जिन्हें कश्मीर में आतंकवाद से लड़ने का गहन ज्ञान और अनुभव है। उन्होंने विभिन्न स्थानों पर सेवा की, महत्वपूर्ण नियुक्तियां कीं और बल को गौरवान्वित किया। इन्हें वर्ष 2018 में मेधावी सेवा के लिए प्रतिष्ठित पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था।