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प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति और मुख्यमंत्री समेत विशिष्ट लोगों ने जताया शोक
पुरी. विख्यात साहित्यकार, शिक्षाविद् और वरिष्ठ पत्रकार मनोरमा महापात्र का 87 वर्ष की आयु में शनिवार को निधन हो गया. महापात्र को सीने में दर्द की शिकायत के बाद कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
महापात्र का जन्म 1934 में हुआ था. वह प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और ओड़िया दैनिक समाज के पूर्व संपादक डॉ राधानाथ रथ की बेटी हैं. उन्हें 1984 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. वह 1991 में ओडिशा साहित्य अकादमी की प्रमुख थीं. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पंडा, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान तथा आंध्र प्रदेश के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने गहरा शोक व्यक्त किया है. मनोरमा महापात्र के निधन पर ओडिशा कांग्रेस प्रमुख निरंजन पटनायक ने भी शोक जताया है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की घोषणा के अनुसार, प्रख्यात साहित्यकार और पत्रकार मनोरमा महापात्र का अंतिम संस्कार रविवार को पुरी स्थित स्वर्गद्वार में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. उनके बड़े बेटे प्रदीप कुमार महापात्र ने अंतिम संस्कार की चिता को मुखाग्नि दी. पुरी के जिलाधिकारी समर्थ वर्मा, पुरी एसपी केवी सिंह ने उनके पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर उनके परिवार के सदस्यों के साथ-साथ कई गणमान्य लोग भी मौजूद थे.