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9 स्थानों पर एक साथ घर की तलाशी अभियान
भुवनेश्वर. एक बड़े भूमि धोखाधड़ी मामले की जांच के सिलसिले में सतर्कता विभाग ने सोमवार को ओडिशा के विभिन्न हिस्सों में छह सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारियों के परिसरों पर छापेमारी की. जानकारी के अनुसार, भुवनेश्वर, कटक, भद्रक और जगतसिंहपुर जिलों सहित 9 स्थानों पर एक साथ घर की तलाशी चल रही थी.
एक एडिशनल एसपी, 11 डीएसपी, 6 इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों के नेतृत्व में 9 टीमें चार जिलों में कई जगहों पर छापेमारी की. जहां छापेमारी की जा रही थी, उनमें रमेश चंद्र पंडा, पूर्व तहसीलदार, कुजंग, महेंद्र प्रसाद मोहंती, पूर्व उप-कलेक्टर, जगतसिंहपुर, संतोष कुमार मल्लिक, पूर्व-राजस्व निरीक्षक, झिमनी, आरआई सर्कल, नरेंद्र कुमार लेंका, पूर्व-राजस्व निरीक्षक, पारादीप गढ़, सुभाष चंद्र दास, पूर्व राजस्व निरीक्षक, कुजंगा और ज्योति भूषण बारिक, पांडुआ सर्कल के पूर्व राजस्व निरीक्षक शामिल हैं. बताया गया है कि वसुंधरा योजना के तहत अपात्र लाभार्थियों के पक्ष में ओडिशा सरकार भूमि बंदोबस्त अधिनियम के तहत मूल्यवान सरकारी भूमि को अवैध रूप से बसाने में इन पूर्व सरकारी अधिकारियों द्वारा आपराधिक कदाचार, दुर्विनियोग, जालसाजी और आपराधिक साजिश के आरोप हैं. इसी आरोप के सिलसिले में छापेमारी की जा रही है.
सतर्कता विभाग ने इस संबंध में भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम, 2018 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. इसके बाद अब जांच में तेजी आयी है. खबर लिखे जाने तक छापेमारी जारी थी.