नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को देशवासियों से आग्रह किया है कि वे 22 जनवरी को अपने घरों में श्रीराम ज्योति जलाएं और दीपावली मनाएं। उन्होंने कहा, “श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन हिन्दुस्तान में जगमग जगमग होना चाहिए।”
प्रधानमंत्री ने शनिवार को अयोध्या में विकास परियोजनाओं से जुड़े उद्घाटन और शिलान्यास के बाद एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण का इंतजार कर रही है और वे स्वयं इसके लिए उत्सुक हैं। उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि वे 14 जनवरी से 22 जनवरी के बीच देशभर में हर मंदिर में स्वच्छता अभियान चलाएं।
सुरक्षा और सुविधा की दृष्टि से प्रधानमंत्री ने देशवासियों से आग्रह किया कि वह 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन अयोध्या आने का प्रयास न करें। जिन्हें न्यौता दिया गया वे ही आयेंगे। हमने 500 साल इंतजार किया है कुछ दिन और इंतजार कर सकते हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद वे कभी भी अयोध्या आ सकते हैं। प्रधानमंत्री ने संकल्प दोहराया कि वह अयोध्या धाम के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने अयोध्यावासियों से देश और दुनिया से आने वाले अतिथियों के स्वागत के लिए तैयार होने को कहा।
प्रधानमंत्री आज अयोध्या की यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने अयोध्या में नागरिक सुविधाओं के सुधार और विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 11,100 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। आज के दिन की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि 30 दिसंबर का यह दिन ऐतिहासिक है और इस दिन 1943 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने अंडमान में भारतीय झंडा लहराकर आजादी का जय घोष किया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश प्रगति और परंपरा के उत्सव मना रहा है। देश पुरातन और नूतन को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रहा है। एक तरफ जहां रामलला को पक्का मकान मिल रहा है, वहीं देश के चार करोड़ गरीबों को भी पक्का मकान मिला है। देश न केवल तीर्थों का विकास कर रहा है बल्कि डिजिटल दुनिया में छाया हुआ है। काशी धाम के निर्माण के साथ ही देश में पंचायत भवनों का भी निर्माण हो रहा है। केदारनाथ धाम के विकास के साथ ही 315 नए मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं। महाकाल माहलोक के साथ ही देश में ‘हर घर नल से जल’ पहुंचाने के लिए दो लाख टंकियां भी बनाई गई हैं। एक तरफ जहां हम चांद और सूरज की दूरी नाप रहे हैं, दूसरी तरफ वहीं दुनिया भर से अपनी विरासत से जुड़ी मूर्तियां और सामग्री भी वापस ला रहे हैं।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने ‘मोदी की गारंटी’ का अपना स्लोगन दोहराया और कहा कि वह जो कहते हैं उसके लिए जीवन खपा देते हैं और जो गारंटी देते हैं उसके लिए दिन-रात एक कर देते हैं। इसकी मिसाल देते हुए उन्होंने उज्जवला योजना का जिक्र किया।
कार्यक्रम से पूर्व प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की 10 करोड़ वीं लाभार्थी से उनके घर पर मिलने गए थे। इसका जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 55 साल में जहां 14 करोड़ परिवारों तक की गैस कनेक्शन पहुंचा था, उनकी सरकार ने एक दशक में 18 करोड़ परिवारों तक गैस कनेक्शन पहुंचाया है। इनमें से 10 करोड़ कनेक्शन मुफ्त में दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि गरीब की सेवा साफ नीयत से की जाए तो ऐसे ही नतीजे आते हैं।
प्रधानमंत्री ने आज अयोध्या हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। श्री राम मंदिर की वास्तुकला को दर्शाने वाले टर्मिनल भवन के अग्र-भाग का भी उद्घाटन किया। उन्होंने अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया। इसके अलावा दो नई अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई, जिसके साथ ही देश में अमृत भारत ट्रेनों का परिचालन आरंभ हो गया।
प्रधानमंत्री ने आज छह नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। श्री राम मंदिर तक पहुंच बढ़ाने के लिए, प्रधानमंत्री ने अयोध्या में चार नव विकसित, चौड़ी और सौन्दिर्यपूर्ण सड़कों का उद्घाटन किया। उन्होंने अयोध्या में 2180 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित की जा रही ग्रीनफील्ड टाउनशिप की आधारशिला रखी। उन्होंने उत्तर प्रदेश में 4600 करोड़ रुपये से अधिक की अन्य विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन और लोकार्पण किया।
विकास परियोजनाओं की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन की क्षमता 10-15 हजार लोगों की सेवा करने की है। स्टेशन का पूरा विकास होने के बाद अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पर हर रोज 60 हजार लोग आ-जा सकेंगे। त्रिकालदर्शी महर्षि वाल्मीकि के नाम पर अयोध्या धाम एयरपोर्ट का नाम, इस एयरपोर्ट में आने वाले हर यात्री को धन्य करेगा। महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण वो ज्ञान मार्ग है, जो हमें प्रभु श्रीराम से जोड़ता है। आधुनिक भारत में महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अयोध्या धाम, हमें दिव्य-भव्य-नव्य राम मंदिर से जोड़ेगा।
साभार -हिस