बलिया। केन्द्र की मोदी सरकार की गरीब कल्याण योजनाओं से शहर से पांच किलोमीटर की दूरी पर मिड्ढा गांव में रहने वाली किसमती देवी की किस्मत अब चमक गई है। उनके जीवन में खुशहाली आ गयी है।
किसमती देवी के पति बसावन पासवान रिक्शा चलाते हैं। एक बेटा व चार बेटियां हैं। रिक्शा से होने वाली आय से दो वक्त की रोटी का जुगाड़ भी मुश्किल था। पक्का छत भी नसीब नहीं था। पति की मेहनत से होने वाली आय इतनी नहीं थी कि किसमती देवी को धुंए से मुक्ति मिल पाती। घरों में बर्तन मांज कर किसमती देवी किसी तरह जीवन की गाड़ी खींच रही थीं। इसी बीच केन्द्र में मोदी सरकार आयी तो किसमती देवी की किस्मत भी पलट गई। सबसे पहले उन्हें उज्जवला योजना के तहत गैस सिलेंडर मिले तो धुंए से निजात मिली। कोरोना काल से मिल रहा फ्री राशन से पति के कंधे पर पड़े भार को थोड़ा हल्का करने में मदद मिली। अब प्रधानमंत्री आवास योजना से एक लाख 20 हजार मिले तो पक्का छत नसीब हुआ। इधर-उधर सोने वाला परिवार एक छत के नीचे सोने लगा। पिछले दिनों ही परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के हाथों उन्हें घर की चाबी मिली है। किसमती देवी आंखों में खुशियों के आंसू लिए ”हिन्दुस्थान समाचार” से बोलीं कि फिर जीतें मोदी। मोदी जी हमारे लिए भगवान हैं। किसमती देवी ने प्रधानमंत्री मोदी के लंबी आयु की कामना करते हुए कहा कि वे हम गरीबों की चिंता करते हैं। कुछ इसी तरह की खुशी का इजहार आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के गांव ओझवलिया की वंदना देवी व रीना देवी ने भी किया।
रुस्तमपुर की प्रेमशीला देवी की आंखों में भी पक्के छत के नीचे आने की खुशी साफ झलक रही थी। शहर से सटे हैबतपुर गांव के भरत चौरसिया की पत्नी ममता ने भी मोदी सरकार की योजनाओं के तारीफों के पुल बांधे। मड़हे में रहने वाला भूमिहीन ममता का परिवार एक लाख बीस हजार से बन रहे घर को देख काफी खुश नजर आ रहा है।
पोस्ट – इण्डो एशियन टाइम्स
सभार – हिस