इनकी पहचान अमृतपाल और अमृतक सिंह के रूप में हुई है और दोनों मलीना (फिलीपींस) में रह रहे थे। वे दोनों देश में प्रतिबंधित सगंठनों की हिंसक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। इनके खिलाफ दिल्ली की एनआईए अदालत गैर-जमानती वारंट जारी कर चुकी है। इनके खिलाफ पंजाब में कई मामले दर्ज हैं।
दोनों भारत में आतंकी संगठन ‘खालिस्तान टाइगर फोर्स’ (केटीएफ) के लिए फंड जुटाने के इरादे से आये थे। वे वांछित अपराधी मनप्रीत सिंह के साथ मिलकर पाकिस्तान से हथियारों की तस्करी और देश में जबरन धन उगाही में शामिल थे।
एनआईए ने पिछले साल 20 अगस्त को इनके खिलाफ गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया था।
साभार -हिस
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