नई दिल्ली,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में सांसदों ने रविवार को पंडित मदन मोहन मालवीय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
पुष्पांजलि अर्पित करने वाले अन्य व्यक्तियों में कई केन्द्रीय मंत्री, संसद सदस्य, पूर्व सांसद और अन्य विशिष्टजन शामिल रहे। लोकसभा और राज्यसभा के महासचिव क्रमशः उत्पल कुमार सिंह और पीसी मोदी ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले विशिष्टजनों को लोकसभा सचिवालय द्वारा हिन्दी और अंग्रेजी में प्रकाशित पंडित मदन मोहन मालवीय और अटल बिहारी वाजपेयी के जीवनवृत्त वाली पुस्तिकाएं भेंट की गईं।
देश के प्रति की गई असाधारण सेवा के सम्मानस्वरूप संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में क्रमशः 19 दिसंबर 1957 और 12 फरवरी 2019 को पंडित मदन मोहन मालवीय और अटल बिहारी वाजपेयी के चित्रों का अनावरण किया गया था। राष्ट्रपति ने पंडित मदन मोहन मालवीय (मरणेपरांत) और अटल बिहारी वाजपेयी को 2015 में सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया था।
इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नई दिल्ली में सदैव अटल समाधि पर अटल बिहारी वाजपेयी को पुष्पांजलि अर्पित की। देशभर से चुने गए युवा प्रतिभागियों ने शिक्षा मंत्रालय तथा युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के समन्वय से पंडित मदन मोहन मालवीय और अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी और चयनित प्रतिभागियों ने पंडित मदन मोहन मालवीय और अटल बिहारी वाजपेयी के प्रति सम्मान भाव से अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने युवा प्रतिभागियों को सम्बोधित किया। वाजपेयी की जयंती सुशासन दिवस के अवसर पर बिरला ने सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सुशासन दिवस जन प्रतिनिधियों को निष्ठापूर्वक अपने दायित्व का निर्वहन करने की प्रेरणा देता है, नागरिकों को सजग बनाता है और शासन की जवाबदेही सुनिश्चित करता है। देश को मजबूत और विकसित बनाने के प्रति अटल जी के समर्पण और उनकी पहलों के विषय में बिरला ने कहा की अटल जी के नेतृत्व से लाखों भारतीयों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा। बिरला ने अटल जी को प्रतिष्ठित सांसद, सक्षम प्रशासक, सफल लेखक, प्रबल वक्त वक्ता और महान व्यक्तित्व के रूप में याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
पंडित मालवीय जी की 161वीं जयंती पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बिरला ने भारत की शिक्षा प्रणाली में महामना के योगदान और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी प्रमुख भूमिका के लिए उनको याद किया। बिरला ने महामना को प्रसिद्ध विद्वान, शिक्षा सुधारक, सम्मानित राजनेता एवं समाज सुधारक बताया और उनके जीवन से सभी युवाओं को प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
साभार-हिस