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बिजली कंपनी पेस्को ने हिंसा की आशंका जताते हुए पुलिस सुरक्षा मांगी
इस्लामाबाद, पाकिस्तान में बढ़ी हुई बिजली दरों के खिलाफ लोगों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा। देश के कई हिस्सों में तीन दिन से लगातार प्रदर्शन हो रहा है। पेशावर, रहीम यार खान और हाफिजाबाद में विरोध प्रदर्शन तीसरे दिन रविवार को भी जारी रहा। पेशावर इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (पेस्को) ने हिंसा की आशंका जताते हुए पुलिस सुरक्षा की मांग की है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पहले से ही आसमान छूती महंगाई से त्रस्त नागरिकों ने तीसरे दिन भी देश के कई शहरों में बिजली दरों में भारी बढ़ोतरी और बढ़े हुए करों के खिलाफ प्रदर्शन किया है। इस बीच
कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने इस मसले पर चर्चा के लिए दोपहर बाद अपने सरकारी आवास पर आपातकालीन बैठक बुलाई है। काकर के आधिकारिक एक्स हैंडल की पोस्ट के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि बैठक में ऊर्जा मंत्रालय और वितरण कंपनियों के प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि प्रदर्शन अब हिंसक हो रहा है। प्रदर्शनकारियों ने बिजली के तार जलाने शुरू कर दिए हैं। जमात-ए-इस्लामी और मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान सहित कई राजनीतिक दलों ने बिजली दरों पर बढ़ोतरी और अतिरिक्त करों की निंदा की है।
दरअसल, इस साल जुलाई में तत्कालीन प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता वाली संघीय कैबिनेट ने बिजली नियामक को राष्ट्रीय औसत टैरिफ निर्धारण 4.96 रुपये के मुकाबले बिजली के बेस टैरिफ में 7.50 रुपये प्रति यूनिट तक की भारी वृद्धि को हरी झंडी प्रदान की थी।
साभार -हिस