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10 दिनों से धधक रहा है सिमिलिपाल बाघ अभ्यारण्य, आग से हालात बेकाबू

  • नियंत्रण पाने की जद्दोजहद जारी

  • प्रकाश जावड़ेकर ने कार्रवाई का दिया निर्देश, रिपोर्ट तलब

भुवनेश्वर. ओडिशा के मयूरभंज जिले में स्थित भारत के सबसे बड़े बायोस्फीयर रिजर्व सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व (एसटीआर) के जंगलों में बीते 10 दिनों से लगी भीषण आग थमने का नाम नहीं ले रही है. आग के कारण काफी संख्या में पेड़ों के जलने की खबर है. इस जंगल में काफी बाघ समेत काफी जीव-जंतु हैं, जिनके मरने की संभावना भी जतायी जा रही है. ओडिशा में भीषण गरमी शुरू होने के कारण सूखी पत्तियां आग को और बढ़ावा दे रही हैं. राज्य के वन विभाग की टीम नियमित आग को काबू पाने की कोशिश में लगी है, लेकिन आग की विकरालता को बढ़ावा दे रहीं सूखी पत्तियां बड़ी चुनौती बनी हुई हैं. जानकारी के अनुसार सिमिलिपाल वन प्रभाग की अब तक की कुल 21 श्रृंखलाओं में से आठ में भयावह आग की लपटें फैल चुकी हैं.

हालात को लेकर मयूरभंज की राजकुमारी, महारानी, केंद्रीय मंत्री ने चिंता जतायी है. खबरों के अनुसार आग पहले ही सिमिलिपाल बाघ अभ्यारण्य के दक्षिणी भाग में पोडाडीहा वन रेंज के तहत आनंदपुर, खंडाचिरा और बालिनाल पहाड़ियों में फैल चुकी है. साथ ही ठाकुरमुंडा रेंज के अंतर्गत मितुआनी और केंदुमुंडी जंगलों में भी आग लगी है.

एक स्थानीय व्यक्ति ने मीडिया को सूचित किया कि जंगल जल रहा है और हम असहाय हैं. कई औषधीय पौधे राख में बदल गये हैं. लुप्तप्राय और दुर्लभ सहित कई वन्यजीव प्रजातियां जंगल की आग में नष्ट हो गई हैं. आशंका जतायी जा रही है कि स्थानीय लोगों द्वारा जंगली जानवरों का शिकार करने और महुआ इकट्ठा करने के लिए आग लगाई गयी होगी.

इस बीच, सिमिलिपाल बाघ अभ्यारण्य के वन विभाग के अधिकारियों ने अग्निशमन अभियानों को बढ़ाने के लिए बारिपदा, रायरंगपुर और करंझिया के अलावा उत्तर और दक्षिण, एसटीआर (वन्यजीव) के पांच प्रभागों के 21 रेंजों में से प्रत्येक के लिए एक दल का गठन किया है. डिप्टी रेंजर्स की अगुवाई वाले इन दस्तों में फॉरेस्टर, फॉरेस्ट गार्ड, प्रोटेक्शन असिस्टेंट और फॉरेस्ट फायर मैनेजमेंट के जवान भी शामिल हैं.

वन विभाग ने अपने कर्मियों को तैनात किया है और आग की लपटों को नियंत्रण में लाने के लिए कई उपाय अपनाए हैं. कार्मिकों को पर्याप्त वाहन, ईंधन, अग्निशामक, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं. सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व (एसटीआर) के उप निदेशक जे पति ने कहा कि इसके अलावा आग के दस्ते की टीमों को विशेष रूप से जंगल की आग के दौरान बचाव अभियान चलाने के लिए आरक्षित किया गया था.

धर्मेंद्र प्रधान जतायी चिंता

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रदान ने सिमिलिपाल बाघ अभ्यारण्य में लगी आग को लेकर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, प्रकाश जावड़ेकर से तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया. उन्होंने ट्विट कर कहा है कि सोशल मीडिया से खबर मिली है कि सिमिलिपाल बाघ अभ्यारण्य कई दिनों से धधक रहा है. इस खबर को लेकर मुझे चिंता हो रही है. अतः आपस भी कदम उठायें.

प्रकाश जावड़ेकर ने कार्रवाई का दिया निर्देश, रिपोर्ट तलब

केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, प्रकाश जावड़ेकर ने सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व में जंगल की आग की खबरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने और इसे रिपोर्ट करने का आदेश दिया है. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के ट्विट के जवाब में जावड़ेकर ने ट्विट कर यह जानकारी प्रदान की.

मयूरभंज की राजकुमारी ने जतायी चिंता

मयूरभंज के पूर्ववर्ती शाही परिवार की राजकुमारी, अक्षिता भंज देव ने ट्विटकर आग लगने की सूचना प्रदान करते हुए चिंता जतायी. उन्होंने कहा कि ओडिशा में एक गंभीर पर्यावरणीय और पारिस्थितिक आपदा पर राष्ट्रीय मीडिया के अभाववादी रवैये पर मैं चिंता करती हूं. उन्होंने कहा कि कुछ राज्य मीडिया के अलावा कोई भी राष्ट्रीय मीडिया इस खबर को कवर नहीं कर रहा है कि एशिया का दूसरा सबसे बड़ा बायोस्फीयर रिजर्व पिछले कई दिनों से लगातार जल रहा है. अपने ट्विटर हैंडल के जरिए उन्होंने राष्ट्रीय व वैश्विक मीडिया से पार्क की स्थिति को उजागर करने और सामने लाने के लिए अनुरोध किया है.

प्रताप षाड़ंगी ने भी जतायी चिंता

केंद्रीय मंत्री प्रताप षाड़ंगी ने बुधवार को भीषण आग को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि सिमिलिपाल जल रहा है और यह एशिया के लिए अच्छा संकेत नहीं है. मयूरभंज को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के ध्यान की आवश्यकता है, क्योंकि इसका कारण वास्तविक है. दुखद है कि कोई भी प्रमुख राष्ट्रीय मीडिया सिमिलिपाल की कहानी को कवर नहीं कर रहा है, क्योंकि एक सप्ताह पहले आग लग गई थी.

राज्य के वन मंत्री ने मांगी रिपोर्ट

आग लगने की घटना को लेकर राज्य सरकार हरकत में आई है. राज्य के वन मंत्री विक्रम केशरी आरुख ने कहा बुधवार को कहा कि पीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) को सिमिलिपाल का दौरा कर रिपोर्ट देने के लिए निर्देश दिया गया है. वह आग लगने के कारणों की जांच करेंगे. विभाग की ओर से आग पर काबू करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.

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