कोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजी अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा से एक दिन पहले बुधवार को सीजीओ कांप्लेक्स स्थित (ईडी) के दफ्तर में पूछताछ हुई थी। रात आठ बजे के करीब वह केंद्रीय एजेंसी के दफ्तर से बाहर निकली थीं। अब पता चला है कि उनसे पश्चिम बंगाल में ईडी के नवनियुक्त सहायक निदेशक मुकेश कुमार ने पूछताछ की थी। मुकेश कुमार राज्य में मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित सभी मामलों के प्रभारी हैं। रुजिरा बनर्जी सुबह 10.57 बजे ईडी के कार्यालय पहुंचीं और रात को 7:34 पर बाहर निकली थीं। फॉर्म भरने की प्रारंभिक औपचारिकताओं के बाद पूछताछ प्रक्रिया शुरू हुई।
सूत्रों ने बताया कि जिस कमरे में रुजिरा नरूला बनर्जी से पूछताछ हो रही थी, वहां मुकेश कुमार के अलावा ईडी की एक महिला अधिकारी भी मौजूद थीं। पूरी पूछताछ प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई। कलकत्ता हाईकोर्ट की न्यायमूर्ति अमृता सिन्हा की एकल-न्यायाधीश पीठ के आदेश पर उनके पूर्ववर्ती मिथिलेश कुमार मिश्रा को हटाए जाने के बाद सहायक निदेशक के रूप में मुकेश कुमार ने पश्चिम बंगाल में मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित सभी मामलों में जांच का प्रभार संभाला है। कोर्ट ने निर्देश दिया कि मिश्रा पश्चिम बंगाल में इस मामले की किसी भी जांच का हिस्सा नहीं बन सकेंगे। इससे पहले करोड़ों रुपये के कोयला तस्करी मामले में ईडी के अधिकारियों ने रुजिरा बनर्जी से पूछताछ की थी।
रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें बुधवार को एक कॉर्पोरेट इकाई लिप्स एंड बाउंड्स कंपनी के पूर्व निदेशक के रूप में उनकी भूमिका पर पूछताछ करने के लिए बुलाया गया था, जिसका नाम स्कूल नौकरी मामले में केंद्रीय एजेंसी की जांच के दौरान सामने आया था। इस साल अभिषेक बनर्जी को स्कूल नौकरी मामले में दो बार पूछताछ का सामना करना पड़ा है, एक सीबीआई द्वारा और दूसरी ईडी द्वारा। दोनों ही मामलों में उन्होंने पूछताछ के नतीजे को शून्य या नकारात्मक बताया।
उल्लेखनीय है कि शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किए गए कालीघाट वाले काकू यानी सुजय कृष्ण भद्र इसी कंपनी में काम करते थे और इसके जरिए नियुक्ति भ्रष्टाचार के एवज में वसूले गए करोड़ों रुपये को डायवर्ट किया गया है।