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साप्ताहिक शेयर समीक्षा
नई दिल्ली, शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान भारतीय शेयर बाजार में आई जोरदार तेजी ने इसके पहले के 2 कारोबारी सप्ताह के दौरान आई गिरावट के कारण शेयर बाजार को हुए नुकसान की पूरी भरपाई कर दी। इसके साथ ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने ऑल टाइम हाई का नया रिकॉर्ड भी कायम किया। सेंसेक्स पहली बार जहां उछलकर 54 हजार के स्तर को पार करने में सफल रहा, वहीं निफ्टी ने भी पहली दफा 16 हजार के साइक्लोजिकल बैरियर को पार कर लिया।इस कारोबारी सप्ताह की शुरुआत हुई सेंसेक्स और निफ्टी के लिए ऑल टाइम हाई के रिकॉर्ड से हुई। 3 अगस्त को निफ्टी ने पहली बार 16 हजार के स्तर को पार किया, वहीं सेंसेक्स 4 अगस्त को पहली बार 54 हजार के दायरे को लांघने में सफल रहा जबकि 5 अगस्त को सेंसेक्स ने 54,717.24 अंक और निफ्टी ने 16,349.45 अंक के स्तर तक पहुंच कर अभी तक का सर्वोच्च स्तर हासिल किया। हालांकि शुक्रवार को मार्केट कंसोलिडेशन और मुनाफावसूली के कारण सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में मामूली गिरावट आई। इसके कारण सेंसेक्स साप्ताहिक आधार पर 3.21 फीसदी की तेजी के साथ 1,690.88 अंक मजबूत होकर शुक्रवार को 54,277.72 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी भी साप्ताहिक आधार पर 3.3 फीसदी की मजबूती के साथ 475.15 अंक चढ़कर 16,238.20 अंक के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स और निफ्टी के शानदार प्रदर्शन के पीछे जुलाई महीने के उत्साहवर्धक आर्थिक नतीजे, कंपनियों का बेहतर प्रदर्शन, कोरोना संक्रमण के मामलों में आई गिरावट, वैक्सीनेशन की बढ़ रही गति और अलग-अलग राज्यों द्वारा कोरोना से संबंधित प्रतिबंधों में दी गई ढील को प्रमुख वजह माना जा रहा है। जानकारों का कहना है कि जैसे जैसे प्रतिबंधों में कमी की जा रही है, वैसे-वैसे आर्थिक गतिविधियों का विस्तार हो रहा है। इसके कारण आर्थिक माहौल लगातार सकारात्मक होता जा रहा है। इसका असर प्रत्यक्ष रूप से शेयर बाजार पर भी पड़ा है।
शेयर बाजार के कामकाज के लिहाज से देखा जाए तो इस कारोबारी सप्ताह में बीएसई लार्ज कैप इंडेक्स में लगभग 3 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई। इसकी वजह से लार्ज कैप इंडेक्स 6,308.32 अंक के अपने नए सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया। लार्ज कैप इंडेक्स को आगे बढ़ाने में मुख्य रूप से एचडीएफसी, पिरामल एंटरप्राइजेज, भारती एयरटेल, कोटक महिंद्रा बैंक और आयशर मोटर्स जैसी कंपनियों के शेयर का काफी योगदान रहा। हालांकि इसी इंडेक्स के डाबर इंडिया, इंडस टॉवर्स, जनरल इंश्योरेंस कारपोरेशन ऑफ इंडिया और मैरिको के शेयर में गिरावट का रुख बना रहा।इसी तरह बीएसई मिड कैप इंडेक्स ने बुधवार को 23,478.8 अंक के स्तर पर पहुंचकर अपना नया ऑल टाइम हाई का रिकॉर्ड बनाया। हालांकि सप्ताह के अंत तक मिड कैप इंडेक्स इस स्तर पर कायम नहीं रख सका, लेकिन सप्ताहिक आधार पर इस इंडेक्स ने कारोबारी सप्ताह के अंत में 0.5 फीसदी की बढ़त के साथ अपने कारोबार का अंत किया। इस इंडेक्स में कारोबारी सप्ताह के दौरान चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस कंपनी, गोदरेज इंडस्ट्रीज, अडाणी इंडस्ट्रीज, कंटेनर कारपोरेशन ऑफ इंडिया, टाटा पावर कंपनी के शेयरों में अच्छी बढ़त देखने को मिली। दूसरी ओर मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज, एबॉट इंडिया, फ्यूचर रिटेल, आरबीएल बैंक और वोडाफोन आइडिया के शेयर में लगातार गिरावट का रुख बना रहा।मिड कैप इंडेक्स की तरह ही बीएसई स्मॉल कैप इंडेक्स ने भी 4 अगस्त को 27,323.18 अंक के स्तर पर पहुंच कर ऑल टाइम हाई का नया रिकॉर्ड बनाया। स्मॉल कैप इंडेक्स के शेयरों में तेजस नेटवर्क्स, हिंदुस्तान ऑयल एक्सप्लोरेशन कंपनी और स्टील स्ट्रिप्स व्हील्स के शेयरों में 20 से लेकर 32 फीसदी तक की उछाल दर्ज की गई। दूसरी ओर श्री रेणुका शुगर, ब्राइटकॉम ग्रुप, हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी, न्यू लैंड लेबोरेट्रीज और फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन्स के शेयरों में 10 फीसदी से भी अधिक की गिरावट ने बीएसई स्मॉल कैप इंडेक्स को साप्ताहिक आधार पर ओवरऑल सपाट अंदाज में बंद किया।
इस कारोबारी सप्ताह के दौरान टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के मार्केट कैप में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई। इसके बाद साप्ताहिक आधार पर एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (एचडीएफसी) के मार्केट कैप में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ। बजाज फिन सर्व और अल्ट्राटेक सीमेंट के मार्केट कैप में तेज गिरावट दर्ज की गई। अगर सेक्टोरल इंडेक्स की बात की जाए, तो इस कारोबारी सप्ताह के दौरान निफ्टी बैंक इंडेक्स 3.5 फीसदी की छलांग के साथ अन्य सभी सेक्टोरल इंडेक्स से काफी आगे रहा। इसके अलावा निफ्टी आईटी इंडेक्स में भी 2.5 फीसदी का इजाफा हुआ, जबकि निफ्टी मीडिया इंडेक्स इस सप्ताह के दौरान 4 फीसदी से भी अधिक गिरकर बंद हुआ। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के लिहाज से देखा जाए, तो मौजूदा वित्त वर्ष में पहली बार इस कारोबारी सप्ताह के दौरान ये निवेशक शुद्ध रूप से लिवाली में लगे रहे। इस कारोबारी सप्ताह के दौरान एफपीआई ने खरीद बिक्री मिलाकर कुल 2,616.04 करोड़ रुपये का भारतीय शेयर बाजार में निवेश किया। उधर, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने इस कारोबारी सप्ताह के दौरान शेयर बाजार में कुल मिलाकर 898.84 करोड़ रुपये का निवेश किया।
साभार – हिस