शेषनाथ राय, भुवनेश्वर
ओडिशा में लाकडाउन एवं शटडाउन के कारण दैनिक कोरोना संक्रमण के मामले अब धीरे धीरे कम जरूर हो रहे हैं, मगर खतरा अभी भी बरकरार है. करीबन दो महीने के बाद प्रदेश में संक्रमण की दर 10 प्रतिशत के नीचे आ गई है. हालांकि खुर्दा, कटक जिले में संक्रमण की दर अभी भी 16 प्रतिशत है. पश्चिम ओडिशा में संक्रमण की दर 5 प्रतिशत के नीचे आ गई है. हालांकि राज्य में कोरोना से मरने वाले मरीजों की संख्या में अभी भी कमी नहीं आ रही है, जो चिंताजनक है. कोरोना की दुसरी लहर में सक्रमण के साथ ही मृत्य दर भी अधिक हुई है और ग्रामीण क्षेत्र की बात करें तो संक्रमण के मामले में ओडिशा, देश में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है. इन सबके बावजूद राज्य सरकार का प्रयास संक्रमण क़ड़ी को तोड़ने में सफल साबित हुआ है. विशेषज्ञ कुछ ही दिनों में स्थिति स्वभाविक होने की उम्मीद की जा रही है. इसी महीने के अंत तक सरकार ने सभी जिले में युवा वर्ग को पहला टीका लगवाने का लक्ष्य लेकर काम कर रही है. वहीं तीसरी लहर से मुकाबला करने के लिए भी सरकार तैयारी कर रही है. ऐसे में हमारी लापरवाही हमें विपदा में डाल सकती है. हमें खुद के साथ अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए प्रयास करना होगा. अन्य लोगों को भी सुरक्षित रखने के लिए सलाह देने का समय है.
बीएमसी आयुक्त संजय सिंह ने कहा है कि लाकडाउन एवं शटडाउन के कारण संक्रमण की दर लगातार कम हो रही है. राज्य सरकार के सभी नियम को सख्ती के साथ अनुपालन करने पर स्थिति में और अधिक सुधार होगा. बीएमसी आयुक्त ने नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी बात कही है. बीएमसी आयुक्त ने सभी से सतर्कता एवं सावधानी बरतने के लिए अनुरोध किया है.