भुवनेश्वर – नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध विरोध प्रदर्शन के नाम पर हो रहे हिंसा की विश्व हिन्दू परिषद ने कड़़ी निंदा की है। परिषद ने कहा है कि पुलिस प्रशासन से राष्ट्रीय सम्पत्ति के साथ जान-माल की कठोरता से रक्षा करने के लिए कदम उठाये। ओडिशा (पूर्व) के प्रदेश महामंत्री प्रशांत पंडा ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन के नाम पर किसी को भी रेलवे स्टेशन, बसों, सरकारी सम्पत्ति, मीडिया या सुरक्षा बालों पर हमला करने की छूट नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम में किसी का विरोध नहीं है फिर भी इसका विरोध किया जा रहा है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि घुसपैठियों तथा शरणार्थियों के अंतर को ठीक से समझने की आवश्यकता है, जहां एक ओर वसुधैव कुटुम्बकम की नीति के तहत पीड़ित शरणागत की रक्षा करना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है, वहीँ दूसरी ओर बांग्लादेशी व रोहिंग्या घुसपैठिये देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन कर भारतीय मुसलमानों की भी छवि खराब करते हैं अत: राजनैतिक दलों सहित सभी भारतीयों को इन्हें बाहर का रास्ता दिखाने में सरकारों की मदद करनी चाहिए।
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