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कहा- दरों में बढ़ोत्तरी का फैसला गलत व अमानवीय
भुवनेश्वर. राज्य में बिजली की दरों में बढ़ोत्तरी के निर्णय का कांग्रेस ने विरोध किया है. पार्टी ने कहा है कि जहां कोरोना महामारी चल रही है तथा लोग अपने जीवन व आजीविका के लिए संघर्ष कर रहे हैं, ऐसे में बिजली के बिल में बढ़ोत्तरी किया जाना लोगों पर एक सख्त धक्का है. पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व वित्त मंत्री पंचानन कानूनगो ने कहा कि कोरोना के कारण छोटे दुकानदार व मध्यम के कारखाने ठीक से चल नहीं पाये हैं. ऐसे में बिजली की कीमतों में बढ़ोत्तरी करने के ओईआरसी का निर्णय बिल्कुल गलत है. राज्य सरकार ने भी इसे रोकने के लिए प्रयास नहीं किया है. उन्होनें कहा कि इस वृद्धि को क्रास सब्सिडी के हिसाब को लेने पर प्रति यूनिट 7 से 8 रुपये हो गया है. राज्य में जो बिजली इस्तेमाल हो रही है, उसका 22 प्रतिशत जल विद्युत से आ रही है. दस प्रतिशत सोलर एनर्जी से आ रही है. समस्त फार्मल बिजली उत्पादन व आवश्यक बिजली क्रय को मिलाने पर प्रति यूनिट बिजली का क्रय मूल्य 2.80 पैसे से अधिक नहीं है. उन्होंने सवाल किया कि उत्पादन खर्च इतना कम होने के बाद भी बिक्री खर्च को क्यों बढ़ाया गया. उन्होंने कहा कि विभिन्न बिजली वितरक कंपनियों पर लगभग दो हजार करोड़ रुपये का बकाया है. इसी तरह बड़ी-बड़ी कंपनियों पर चार हजार करोड़ की राशि बकाया है. सरकार इसे वसूल नहीं रही है. इस कारण राज्य सरकार व ओईआरसी को जनता को इस बारे में स्पष्टीकरण देने की आवश्यकता है. कानूनगो ने राज्य के सभी वर्गों के लोगों से अपील की कि वे इस जनविरोधी निर्णय का पुरजोर विरोध करें.