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पुलिस आयुक्त ने दंगाई को दी कड़ी चेतावनी
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कहा-अफवाह फैलाने वालों पर देशद्रोह तक की कार्रवाई संभव
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शहर में शांति बनाए रखने के लिए जारी हुए दो हेल्पलाइन नंबर
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हिंसा मामले में अब तक 30 गिरफ्तार
कटक। हाल ही में हुए सामूहिक झड़प के बाद कटक शहर में स्थिति को सामान्य बनाए रखने के लिए पुलिस ने शुक्रवार को दरगाह बाजार और कदम रसूल क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला। इस दौरान पुलिस आयुक्त एस देव दत्ता सिंह ने स्पष्ट कहा कि कटक में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, लेकिन सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी तो देशद्रोह का मामला भी दर्ज किया जाएगा।
आयुक्त सिंह ने कहा कि कटक में स्थिति सामान्य है। एक समुदाय की नमाज की व्यवस्था की गई थी, जिसका मैंने निरीक्षण किया। कुछ लोग सोशल मीडिया पर झूठी सूचनाएं फैला रहे हैं। उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई की जाएगी।
अपुष्ट या भ्रामक जानकारी पर विश्वास न करें
उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही किसी भी अपुष्ट या भ्रामक जानकारी पर विश्वास न करें और अफवाह फैलाने से बचें। सिंह ने कहा कि जो लोग गलत जानकारी फैला रहे हैं, उन्हें चेतावनी दी जाती है कि वे तुरंत रुक जाएं, अन्यथा कठोर कार्रवाई की जाएगी।
अब तक 30 गिरफ्तार, आगे भी होगी कार्रवाई
पुलिस आयुक्त ने बताया कि अब तक 30 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और जांच के आधार पर आगे और गिरफ्तारियां की जा सकती हैं। पुलिस बल को एहतियातन पूरे शहर में तैनात किया गया है। सिंह ने कहा कि मैं कटकवासियों से आग्रह करता हूं कि वे त्योहार का आनंद लें और शहर में शांति बनाए रखें।
अफवाह रोकने की पहल
कटक डीसीपी ने अफवाहों पर नियंत्रण और शहर में शांति बनाए रखने के लिए दो हेल्पलाइन नंबर 7328077324 और 8480513007 जारी किया है। डीसीपी ने कहा कि नागरिक किसी भी संदिग्ध संदेश या गलत सूचना की तुरंत जानकारी इन नंबरों पर पुलिस को दें।
गलत सूचना को नहीं फैलाएं
पुलिस ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जारी संदेश में लिखा कि सभी नागरिकों से अनुरोध है कि किसी भी प्रकार की साम्प्रदायिक अफवाह या गलत सूचना पर विश्वास न करें और न ही उसे फैलाएं। यदि कोई संदिग्ध या भ्रामक संदेश प्राप्त होता है, तो कृपया उपरोक्त नंबरों पर हमें सूचित करें। आपका यह कदम समाज में शांति और सौहार्द बनाए रखने में अहम भूमिका निभाएगा।
समुदाय और पुलिस के बीच तालमेल पर जोर
यह पहल नागरिकों और पुलिस के बीच सहयोग को मजबूत करने और सोशल मीडिया पर अफवाहों के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से की गई है। अधिकारियों ने कहा कि ऐसे संवेदनशील समय में जनता का सहयोग कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बेहद आवश्यक है।